विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी घोषणा की है. संगठन की तरफ से कहा गया है कि अगर कोरोना की वैक्सीन आती है तो सबसे दुनियाभर के स्वास्थ्यकर्मियों को इसे लगाया जाएगा. इसके बाद 65 साल से ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जिन्हें पहले से कोई बीमारी है. ऐसे उम्रदराज लोगों में कोरोना का लेकर खतरा काफी ज्यादा है.
संगठन ने रखा 2021 के लिए लक्ष्य
संगठऩ की तरफ से कहा गया है कि दुनिया में ऐसे कई वैक्सीन ट्रायल हैं जो अपने फाइलन स्टेज में चल रहे हैं. माना जा रहा है कि एक साथ कई वैक्सीन अपने ट्रायल्स में सफलता हासिल करेंगी. संगठन की तरफ से कहा गया है कि 2021 के आखिरी तक 2 अरब लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है.
वैक्सीन को लेकर राषट्रवादी रवैये से होगा नुकसान
साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कोरोना वैक्सीन को लेकर यह भी कहा गया है कि वैक्सीन राष्ट्रवाद से किसी का कोई फायदा नहीं होने वाला. इससे महामारी दुनिया में और लंबे समय तक टिकी रहेगी. गौरतलब है कि दुनियाभर के ताकतवर देशों में कोरोना वैक्सीन की तलाश एक रेस सरीखी लो चुकी है. इस रेस की आलोचना करते हुए कई लेख भी लिखे जा चुके हैं. एक्सपर्ट्स द्वारा इसे लेकर चिंता भी जताई गई है.