कांग्रेस (Congress) में नेतृत्व में बदलाव (Change In Leadership) को लेकर सोनिया गांधी को खत लिखने वाले नेताओं पर पार्टी संविधान के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है. ये बात कांग्रेस की सीनियर लीडर अंबिका सोनी (Ambika Soni) ने कही है. वहीं सूत्रों (Party Sources) के हवाले से यह भी खबर आई है कि खत लिखने वाले नेताओं ने कहा है कि संगठन की बेहतरी को लेकर बातें कही गई हैं. नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा भरोसा जताया है.
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा होने के बाद कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं की भाजपा के साथ साठगांठ होने जैसी कोई बात नहीं की.
In CWC, Ambika Soni said as per party constitution action can be taken against those who wrote to Sonia Gandhi on party leadership. GN Azad, Anand Sharma said they were within limits in raising concerns, still,if someone feels it’s breach of discipline action can be taken-Sources— ANI (@ANI) August 24, 2020
उन्होंने यह भी कहा कि सीडब्ल्यूसी से बाहर के कुछ नेताओं ने ऐसा आरोप लगाया था जिसको लेकर उनकी तरफ से कहा गया कि आरोप साबित होने पर इस्तीफा दे देंगे.
‘मीडिया में चलाई जा रही है गलत खबर’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया, ‘मीडिया के एक हिस्से में यह गलत कहा जा रहा है कि मैंने सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी से कहा कि वह भाजपा के साथ साठगांठ के जरिए हम लोगों की ओर से पत्र लिखे जाने की बात साबित करें. मैं स्पष्ट कर देता हूं कि राहुल गांधी ने न तो सीडब्ल्यूसी की बैठक के भीतर या बाहर ऐसा कहा कि यह पत्र भाजपा की शह पर लिखा गया है.’
आजाद ने लगाए भाजपा पर आरोप
आजाद के मुताबिक, मैंने सिर्फ यह कहा था कि कल कांग्रेस के कुछ लोगों ने कहा था कि हमने भाजपा की तरफ से ऐसा किया. इस संदर्भ में मैंने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे कुछ साथियों (सीडब्ल्यूसी के बाहर के) ने हम पर भाजपा के साथ साठगांठ का आरोप लगाया और अगर वो लोग यह साबित कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. खबरों में कहा गया था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल ने कथित तौर पर यह कहा कि पत्र लिखने वाले नेता भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं.