छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शनिवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 75 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे हैं। इनमें 9 जोड़े मसीह समाज से भी हैं। बस्तर जिले के बाबुसेमरा में विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ। संसदीय सचिव और जगदलपुर विधानसभा से विधायक रेखचंद जैन बाराती बने। बैंड बाजा के साथ 75 दूल्हों की बारात निकाली गई। विवाह के बाद प्रोत्साहन के लिए नव दंपती को 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया है।
संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि, आज 75 युवाओं की बारात में शामिल होकर 75 वधुओं को ले जाने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि नव दंपती अपने माता पिता की सेवा करते हुए खुशहाल जीवन व्यतीत करें। निर्धन कन्याओं के विवाह में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत कन्याओं के विवाह के लिए सहायता प्रदान की जाती है। वर्तमान में दिव्यांगों को भी 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। अगर दूल्हा-दुल्हन दोनों दिव्यांग हैं तो उन्हें एक लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है।
इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि कन्यादान जीवन के सबसे बड़े दानों में एक है। उन्होंने कहा कि, हमें सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आज यहां 75 निर्धन कन्याओं का सम्मान के साथ विवाह संपन्न करवाया गया है। राजीव शर्मा ने कहा कि, मुख्ममंत्री कन्या विवाह योजना के तहत नव दंपतियों को भेंट में कई सामान भी दिए गए हैं।