✍…बिल सुधार आवेदन के नाम पर कर्मचारियों द्वारा किया जाता है लीपा-पोती…
लवन, बलौदाबाजार। राघवेन्द्र सिंह “मेरूवाणी डाॅट इन”…
जिला बलौदाबाजार भाटापारा के लवन क्षेत्र के बिजली विभाग द्वारा बिजली बिल के नाम पर आँख बंद करके जनता को लुटा जा रहे है, ऐसा कोई भी उपभोक्ता नहीं होगा शायद जिनका बिजली बिल ₹500/- से कम हो जो पहले 50₹ हुआ करता था, अभी बिजली बिल मात्र दो माह का 46हज़ार रुपया तक भी आया है।
उपभोक्ता का कहना है कि मै अपने घर का बिजली बिल पटा रहा हु कि वर्तमान मुख्यमंत्री जी के घर का बिजली बिल पटा रहा हु।
बिजली कार्यलय में जाने पर उपभोक्ताओ द्वारा बताया गया कि पिछले जो बिजली उपकरण उपयोग में कर रहे है वो आज भी उपयोग हो रहा है लेकिन पिछले 6महीने में बिजली बिल 500₹ से कम आता था पर अभी वही उपकरण उपयोग करने पर बिजली बिल 2हज़ार से ऊपर ही आ रहा है यह एक प्रकार से जनता से लूट है सफ़ेद लूट।
ज़ब उपभोक्ता द्वारा बिजली बिल ले के बिजली कर्मचारी द्वारा कहा जाता है कि आपको बिजली बिल पटाना ही पड़ेगा और कोई उपभोक्ता अगर किसी भी तरह से सही चीज के लिए दबाव बनाता है तो कर्मचारी द्वारा उपभोक्ता को बिल सुधार के लिए आवेदन के नाम पर लीपापोती किया जाता है, यह एक प्रकार से क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओ को अनाप शनाप बिजली बिल भेज के लूट रहे है, ज़ब इस सम्बन्ध में बिजली विभाग के अधिकारी से पूछा जाता है तो अधिकारी द्वारा बेतुका जवाब में कहाँ जाता है कि पिछले महीनों के बचे यूनिट को भेजे है करके बताते है, जबकि उपभोक्ताओ के द्वारा बताया गया है कि हम लोग प्रतिमाह बिजली बिल भरते है तो पिछले बचें यूनिट का प्रश्न ही नहीं है।
एक तरफ लवन क्षेत्र के बिजली कर्मचारी-अधिकारी क्षेत्र में दिखावा मात्र बिजली बिल वसूली अभियान चला रहे और जनता को परेशान करने के लिए विद्युत विच्छेदन जैसे कार्य कर रहे तो वही कार्यालय के कर्मचारी द्वारा कार्यालय में बैठ कर अनाप शनाप बिजली बिल भेज केवल जनता को लूटने का काम कर रहे है।
एक तरफ राज्य के कांग्रेस सरकार अपने बड़ाई करने नहीं थक रहा हैकि हमारी सरकार बिजली बिल हाफ कर के जनता के आर्थिक बोझ कम कर रहे तो वही बिजली विभाग में बैठ अधिकारी कर्मचारी सरकार के नाक के नीचे बिजली बिल के नाम पर लूट रहे है।
अब देखनें वाली बात यह होगी कि खबर प्रकाशन के बाद किस प्रकार असर देखने को मिलता है।