1 मार्च 2021 से दिल्ली एकीकृत मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) लिमिटेड की सभी 2990 बसों में भी ई-टिकटिंग (E-Ticketing) का ट्रायल शुरू हो जाएगा. डीटीसी (DTC Buses) की सभी 3760 में यह सुविधा बीते बुधवार को ही शुरू हो गई थी.
दिल्ली एकीकृत मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) लिमिटेड की सभी 2990 बसों में सोमवार यानी 1 मार्च 2021 से ई-टिकटिंग (E-Ticketing) का ट्रायल शुरू हो जाएगा. डीटीसी (DTC Buses) की सभी 3760 में यह सुविधा बीते बुधवार को ही शुरू हो गई थी. दिल्ली सरकार कॉन्टैक्टलेस ई-टिकटिंग (Contactless Ticketing System) ऐप ‘चार्टर’ (Charter App) के जरिए टिकटों का ट्रायल कर रही है. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग द्वारा अगस्त 2020 में संपर्क रहित ई-टिकटिंग सेवाओं की शुरुआत की गई थी. इस सिस्टम के जरिए आपको कंडक्टर से टिकट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आप चार्टर ऐप से टिकट लेकर सफर कर सकते हैं. कॉन्टैक्टलेस टिकट सिस्टम का सबसे पहला ट्रायल पिछले साल कोविड-19 महामारी के बीच क्लस्टर बसों और बाद में डीटीसी की कुछ बसों में शुरू किया गया था.
अगस्त 2020 में संपर्क रहित ई-टिकटिंग सेवाओं की शुरुआत की गई थी
कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग द्वारा अगस्त 2020 में संपर्क रहित ई-टिकटिंग सेवाओं की शुरुआत की गई थी. दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने इस ट्रायल के अंतिम चरण के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है. इस अंतिम चरण के परीक्षण में DIMTS बसों के सभी मार्ग शामिल होंगे. फरवरी के अंतिम सप्ताह में सभी 3760 डीटीसी बसों में इस ऐप के परीक्षण को 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया था.
रूट नंबर 473 की बसों में शुरू की गई थीं
DIMTS द्वारा ई-टिकटिंग पिछले साल अगस्त में रूट नंबर 473 की बसों में शुरू की गई थी. इसके बाद चरणबद्ध तरीके से ट्रायल में शामिल डिम्ट्स के बसों की संख्या 550 हो गई. वहीं, डीटीसी में इस ऑनलाइन टिकटिंग ऐप का परीक्षण पिछले साल सितंबर में गाजीपुर और हसनपुर डिपो में रूट 534 पर शुरू किया गया था. दोनों डिपो से कुल 35 बसों में इसकी शुरुआत हुई थी. इन डिपो में सफलता के बाद चरणबद्ध तरीके से डीटीसी के सभी डिपो में ई-टिकटिंग को बढ़ावा दिया गया. वर्तमान में ई-टिकटिंग सेवा का परिक्षण डीटीसी की सभी बसों में 31 मार्च तक किया जा रहा. इस पूरे परिक्षण के दौरान लगातार सर्वे भी किया जा है ताकि यात्रियों को इस ऐप के इस्तेमाल में यदि किसी प्रकार की कठिनाई आती है तो उसे दूर किया जा सके.
‘चार्टर’ ऐप के जरिए रोजाना 10 हजार टिकट बुक किए जा रहे हैं
इस ‘चार्टर’ ऐप के ज़रिए रोज़ाना कुल 10,000 टिकट बुक किये जा रहे हैं. अगर देखा जाए तो पिछले 10 दिनों में इस ऐप के माध्यम से बुक होने वाले टिकट की संख्या प्रतिदिन 10% के हिसाब से बढ़ी है. इस ऐप के माध्यम से दैनिक आधार पर बुक किए जाने वाले कुल टिकटों का प्रतिशत 1.5% है, जो कुछ मार्गों पर 6% तक बढ़ गया है. बुक किए गए कुल टिकटों में से 67% पिंक पास हैं. इस ऐप में ट्रायल के बाद के चरण में दैनिक पास बुक करने की सुविधा को भी जोड़ा गया. ऐप के इस्तेमाल से अबतक लगभग 4 लाख टिकट बुक किया जा चुका है.
2 लाख से ज्यादा लोग ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं
रिलीज होने के बाद से अबतक 2 लाख से ज्यादा लोग इस ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं. ऐप हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं को सपोर्ट करता है, जिससे इसका इस्तेमाल और भी आसान हो जाता है. यात्री बस में चढ़ने के बाद इस मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-टिकट ले सकते हैं. गूगल प्लेस्टोर पर यह एप अब फुल वर्जन में उपलब्ध है. यात्री चाहें तो ऐप URL प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9910096264 पर ”Hi” लिख कर भी भेज सकतें हैं. इस एप में एक उपयोगकर्ता बस के सभी स्टॉपेज को भी देख सकता है और स्टॉप का नाम लिखकर यह भी देख सकता है की अगले आधे घंटे में कौन-कौन सी बसें आने वालीं हैं. बस में यात्रा के दौरान यात्रा के अपेक्षित समय को रियल टाइम में अपडेट किया जाता है और जैसे ही यात्री अपने गंतव्य पर पहुंचता है, वैसे ही टिकट अमान्य हो जाता है.
यह ट्रायल परिवहन मंत्री द्वारा गठित एक विशेष टास्कफोर्स द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा, जिसमें परिवहन विभाग, दिल्ली परिवहन निगम, दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड (DIMTS), इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT-D) और वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट (WRI) के विशेषज्ञ शामिल हैं. इस मोबाइल ई-टिकटिंग ऐप को आईआईआईटी-दिल्ली के तकनीकी सहयोग से विकसित किया गया है.