मध्य प्रदेश (MP) में कांग्रेस पार्टी ने कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बढ़ते मामलों पर सरकार के जारी आदेश को देखते हुये अपने आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिए हैं. लेकिन, कांग्रेस पार्टी अब विधानसभा के अंदर आक्रामक नजर आएगी.
पेट्रोल-डीजल (Petrol and Diesel) और रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर सड़कों पर हल्ला बोल रही कांग्रेस (Congress) ने अब आंदोलनों से हाथ पीछे खींच लिए है. यूथ कांग्रेस का 3 मार्च और उसके बाद 8 मार्च को महिला कांग्रेस का होने वाला विधानसभा का घेराव स्थगित हो गया है. कांग्रेस पार्टी ने कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बढ़ते मामलों पर सरकार के जारी आदेश के कारण अपने आंदोलनको फिलहाल स्थगित कर दिए हैं.
कांग्रेस पार्टी अब विधानसभा के अंदर आक्रामक नजर आएगी. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि सड़क पर महंगाई का विरोध करने की अनुमति से विरोध विपक्ष को रोक रहा है. लेकिन, विधानसभा के अंदर कांग्रेस के विधायक पेट्रोल और डीजल के मुद्दे को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरेंगे. दरअसल बीते दिनों महिला कांग्रेस की बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सरकार के खिलाफ महिलाओं को सड़क पर उतरने की सलाह दी थी. इसी के चलते महिला दिवस पर महिला कांग्रेस ने विधानसभा घेराव का ऐलान किया था. लेकिन, अब इसे स्थगित कर दिया गया है.
बीजेपी ने कांग्रेस पर कसा तंज
वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के आंदोलन से स्थगित करने पर तंज कसा है. बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि सरकार के खिलाफ विपक्ष का विरोध प्रदर्शन अब तक फेल साबित हुआ है. आम लोगों का समर्थन कांग्रेस पार्टी को नहीं मिल रहा है और अब कांग्रेस पार्टी खुद संगठन में गुटबाजी से जूझ रही है. ऐसे में सरकार के जन हितेषी फैसलों पर सवाल उठाने की बजाय कांग्रेस को अंदरूनी गुटबाजी पर ध्यान देना चाहिए.
बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट की ग्रुप की बैठक कर कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे. इसके बाद गृह विभाग ने धरना प्रदर्शन जैसे आयोजनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था. साथ ही महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में अलर्ट जारी किया गया था. मास्क नहीं लगाने पर ₹100 के जुर्माने के भी आदेश दिये गए हैं. यही कारण है कि सरकार के दिशा- निर्देश और आदेशों के बाद भी विधानसभा घेराव पर अड़ी कांग्रेस पार्टी ने अब अपने दो बड़े कार्यक्रमों को टालने का फैसला किया है.