भारत ने मानवाधिकारों के मुद्दे पर UNHRC में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. भारत ने कहा कि FATF से बचने के लिए पाकिस्तान ने 4 हजार आतंकवादियों के नाम लिस्ट से हटाए.
जिनेवा. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 45वें सत्र में भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकवाद के मुद्दे को उठाते हुए उसकी बोलती बंद कर दी. भारतीय प्रतिनिधि पवन बधे ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद (Terrorism) को पाल रहा है और उसने 4 हजार आतंकवादियों के नाम को हटा दिया है. यही नहीं पाकिस्तान अभी भी आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बना हुआ है और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को प्रशिक्षण दे रहा है.
भारत ने कहा कि कश्मीरी आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने के लिए पाकिस्तान आतंकी लॉन्चपैड चला रहा है. ऐसे समय पर जब दुनिया कोरोना वायरस में फंसी हुई है, पाकिस्तान ने चार हजार आतंकवादियों का नाम चुपके से लिस्ट से हटा दिया है. इसके जरिए पाकिस्तान चाहता है कि उसकी आतंकी फैक्ट्री चलती रहे, इसीलिए वह आतंकवादियों को शरण दे रहा है.
भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान में अभी भी अहमदिया समुदाय के लोग सबसे ज्यादा सताए जा रहे हैं. वह भी कथित पाकिस्तानी संविधान के अंतर्गत. हर साल हजारों की संख्या में ईसाई समुदाय के लोग सताए जाते हैं और उनमें से ज्यादातर की हत्या कर दी जाती है. पवन बधे ने कहा कि परिषद के लिए यह चिंता की बात होनी चाहिए कि पाकिस्तान इस मंच का इस्तेमाल भारत के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए करता है.
ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
बता दें कि भारत का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब एफएटीएफ में पाकिस्तान के भाग्य पर अक्टूबर में फैसला होना है. पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में है और अगर वह आतंकवाद निरोधी वादों को पूरा करने में असफल रहता है तो उसे अगले महीने ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. भारत ने कहा कि पीओके में बड़े पैमाने पर पाकिस्तान के दूसरे सूबों से लोगों को लाकर बसाया है. पीओके में हर चार में से तीन व्यक्ति बाहर से आया है.