नई दिल्ली. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) के लिए बुधवार की रात पूरी तरह से डरावनी रही. बराक ओबामा, बिल गेट्स, अरबपति कारोबारी एलन मस्क और जेफ़ बेज़ोस समेत दुनिया के कई दिग्गजों के ट्विटर अकाउंट (Twitter Account Hacking) को हैक कर लिया गया था. जिसके बाद कई घंटों तक ट्विटर ने कुछ ब्लू टिक वाले अकाउंट्स को लिमिट कर दिया था यानी वो लोग उस समय ट्वीट नहीं कर सकते थे. ट्विटर के इस हैक को किंग बिटक्वाइन स्कैम कहा गया. हैक किए गए अकाउंटों पर किए गए पोस्ट में लोगों से बिटक्वाइन में दान मांगा गया है.
ट्विटर ने कहा है कि वो इस घटना की जांच कर रहा है और अब तक जो जानकारी मिल सकी है उसके अनुसार ये एक समन्वय के साथ किया गया हैक है जिसमें हैकर्स ने कुछ ऐसे कर्मचारियों को निशाना बनाया है जिनके पास ट्विटर के इंटर्नल सिस्टम और टूल्स की ऐक्सेस था. ट्वीटर ने बताया की इसके पीछे कौन हो सकता है और साथ ही इस बारे में सुराग की ओर इशारा भी किया.
घुसपैठ का पहला सार्वजनिक संकेत दोपहर 3 बजे के आसपास आया, जब क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के ट्विटर अकाउंट बिनेंस ने एक संदेश ट्वीट किया गया था कि उसने “CryptoForHealth” के साथ भागीदारी की है, जिससे 5000 बिटकॉइन उस समुदाय को वापस मिल सकें, इस ट्वीट के एक लिंक भी दिया गया था जहां क्लिक कर लोग पैसे दान कर सकते थे हैं.
हैक किए गए ट्विटर प्रोफाइलों के बीटीसी वॉलेट के विश्लेषण से पता चलता है कि 24 घंटों में खाते से 383 लेनदेन हुए थे और हैकर्स को लगभग 13 बिटकॉइन मिले थे जो लगभग USD $117,000 के हैं.
आखिर क्यों बिटकॉइन की डिमांड करते है हैकर्स
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि जब भी साइबर हमले किए जाते है तो उसमें रैनसम के तौर पर हैकर्स क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में फिरौती मांगते हैं. दरअसल क्रिप्टोकरेंसी ट्रांज़ैक्शन का कोई ब्योरा नहीं होता क्योंकि हैकर्स नाम, पता या निजी जानकारी दिए बिना कई बिटकॉइन ऐड्रेस का इस्तेमाल कर सकते हैं मौजूदा समय में बिटकॉइन की कीमत 7 लाख रुपये के करीब है.