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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने पैंगॉन्ग झील के पास पैरा कमांडोज ने किया युद्धाभ्यास

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नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) अपने दो दिवसीय लद्दाख (Ladakh) और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के दौरे पर लेह के स्टकना पहुंच गए हैं. इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लेह मेंचीन के साथ चल रहे विवाद के दौरान भारतीय सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जाजया ले रहे हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के स्टकना पहुंचने पर पैरा कमांडोज ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. इस दौरान पैरा कमांडोज ने पैंगॉन्ग झील के पास युद्धाभ्यास किया.

बता दें कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच जब हिंसक झड़प हुई तक आगरा और दूसरी जगहों से पैरा कमांडोज को लद्दाख भेजा गया था. चीन के साथ बढ़े तनाव को देखते हुए दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए लद्दाख की ऊंची पहाड़ी वाले इलाके जैसे गलवान घाटी, पैंगॉन्ग लेक और दौलत बेग ओल्डी में पैरा कमांडोज की तैनाती की गई थी.

Ladakh: Troops of Indian Armed Forces carry out para dropping exercise at Stakna, Leh in presence of Defence Minister Rajnath Singh, Chief of Defence Staff General Bipin Rawat and Army Chief General MM Naravane. https://t.co/6k8PjTgKKq pic.twitter.com/qC5q03AYQ4

— ANI (@ANI) July 17, 2020

बता दें कि भारत और चीन के बीच बढ़े तनाव को कम करने के लिए सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत जारी है. चीन की सेना कई इलाकों से पीछे भी हट गई है लेकिन अब किसी भी तरह से चीन के साथ धोखे में फंसना नहीं चाहता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पैंगॉन्ग झील के पास पैरा कमांडोज ने युद्ध अभ्यास किया है.

बता दें कि पैंगॉन्ग झील वही इलाका है जहां पर भारत और चीन के सैनिक आमने सामने आ गए थे. भारत रक्षामंत्री की मौजूदगी में एक बार ​फिर चीन को अपनी ताकत का एहसास करा रहा है.रक्षा मंत्री के साथ इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद हैं.

वायुसेना भी हर मोर्चे के लिए है तैयार
सेना के साथ ही वायुसेना भी चीन की हर हरकत पर पैनी नजर रख रही है. भारतीय वायुसेना के कई हेलिकॉप्टर भी इस दौराना पैंगॉन्ग झील के पास उड़ते दिखाई दे रहे हैं. किसी भी युद्ध की स्थिति में जल के साथ वायुसेना के बीच भी तालमेल होना बेहद आवश्यक होता है. यही कारण है कि आज की युद्धाभ्यास में थल और वायु सेना एक साथ अभ्यास करती दिखाई दे रही हैं.

राजनाथ सिंह से पहले पीएम मोदी गए थे लेह
बता दें कि गलवान घाटी में हिं​सक झड़प के बाद जुलाई के पहले हफ्ते में ही राजनाथ सिंह को लेह जाना था, लेकिन तब अचानक उनका दौरा रद्द हो गया था. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लेह पहुंच गए थे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में मौजूद सेना को संबोधित भी किया. इस दौरान पीएम ने सेना के जवानों का हौसला बढ़ाया साथ ही घायल सैनिकों से अस्पताल में मिलने भी पहुंचे थे. बता दें कि पीएम की इस रैली के बाद ही चीन और भारत के बीच टकराव वाले इलाके से पीछे जाने को लेकर बात बनी थी.