रामानुजगंज (गौरव) ! बलरामपुर जिले का रामचंद्रपुर जनपद पंचायत में हो रहे कार्यो का जायजा लेने धरातल पर अगर अधिकारी , कर्मचारी जाते तो उन्हें जनपद पंचायतो में हो रहे कार्यो का गुणवत्ता या मानक अनुसार हो रहे दिख जाता | अब इसे लापरवाही कहे, मनमानी कहे या मिलीभगत | मामला रामचंद्रपुर जनपद पंचायत के बेलकुर्ता ग्राम पंचायत का है जहाँ वार्ड नंबर नौ में बन रहे तालाब एवं मुरुम सड़क का है जहाँ पर न तो कार्य सम्बंधित कोई सूचना पटल है और न ही किसी ग्रामीण ने अच्छा कार्य बताया | ग्रामीणों की माने तो तालाब के निर्माण में जो अभी अधुरा ही है उसमे जेसीबी का उपयोग किया गया है सड़क मुरमीकरण सतही बनाई गई है | उस पंचायत में सरपंच – सचिव की मनमानी की मिसाल है ये दोनों योजनाये सबसे बड़ी बात यह है की इसकी जानकारी के लिए सरपंच सचिव को फ़ोन लगाने पर फ़ोन उठाते नहीं है | बताया जाता है की इस पंचायत का सारा काम ठेकेदार के माध्यम से कराया जाता है | पूर्व में भी वर्तमान सचिव के विरुद्ध ग्रामीणों ने अनेक आरोप लगाये थे जिसके फलस्वरूप वर्तमान सचिव सुनीता सिंह को बेलकुर्ता पंचायत से हटा दिया गया था | लेकिन अपनी पहुंच के बल पर पुनः उसी पंचायत में वापस आ गई इस पंचायत का चौदहवा वित की राशी, पन्द्रहवा वित की राशी एवं मुलभुत की राशी के बारे में पूछने पर कहते है की सूचना के अधिकार के तहत मागेंगे तो देंगे | जब सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाई जाती है तो महीनो बीत जाने के बाद भी जानकारी देने में आनाकानी करते है | कुछ पंचायतो के सरपंच – सचिव आवेदन लेने से इंकार करते है और अपील में जाने पर कहते है की मुझे मिला ही नहीं है | अब सवाल यह उठता है की अगर पारदर्शी तरीके से कार्य कर रहे है तो नियम को फालो क्यों नहीं करते है ?