घरों में बंद लोगों में दहशत , पुलिस प्रशासन ने संभाला है मोर्चा
कोरबा । कटघोरा में कोरोना का ब्लास्ट होने के बाद पूर्ण लाॅक डाउन है । लोग घरों में बंद है । पुलिस प्रशासन ने हालात सामान्य करने पूरी ताकत झोंक दी है ।मैराथन सैंपल लेने के साथ संक्रमित के संपर्क में आए लोगों को क्वारेटाइन एवं आइसोलेट किया जा रहा है ।
जागो जनता जागो! पुलिस, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का अमला आपकी सुरक्षा में चौबीस घंटे जुटी हुई है. वे न तो पूरी नींद ले पा रहे और न ही खाने पीने का सुध है. वे घर की चिंता छोड़ कोरोना से बचाने जुटे हुए हैं. जिले में कोरोना ने 13 दिन के भीतर 22 लोगों को चपेट में लिया है. आपकी छोटी सी चूक परिवार व आसपास के लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है. आप निर्देशों का पालन कर न सिर्फ सुरक्षित रह सकते हैं, बल्कि पुलिस व प्रशासन की मदद कर सकते हैं.
कोरोना वायरस कोविड 19 वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है. देश में कोरोना का संक्रमण रोकने लॉकडाउन किया गया है. पुलिस व प्रशासन के अफसर लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में रहने लगातार हिदायत दे रहे हैं. उनके द्वारा आवश्यकता पड़ने पर ही घर से एक ही व्यक्ति निकलने की समझाइश दी जा रही है. पुलिस व प्रशासन की ओर से नियमों का पालन कराने हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसके बावजूद लोग नियमों की धज्जियां उड़ाने में तुले हुए हैं. इसका खामियाजा न सिर्फ परिवार को, बल्कि समाज को भी भुगतना पड़ सकता है. इस संकट की घड़ी में शासन के निर्देशों का पालन कर सहयोग किया जा सकता है. खासतौर पर तब जब कोरोना ने पांव पसारना शुरू कर दिया हो. जिले में अब तक कोरोना के 22 मामले सामने आ चुके हैं. पहला मामला रामसागरपारा में सामने आया था. जहां रहने वाले युवक ने लंदन से लौटने की जानकारी छिपाई. उसे कोरोना के कारण एम्स में दाखिल कराना पड़ा. इस घटना के बाद लोग राहत महसूस कर रहे थे, लेकिन कटघोरा में जमातियों के पहुंचने की घटना ने हालात ही बदल दिए. 31 मार्च को कामठी से पहुंचे नाबालिग जमाती की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली. इसके बाद कटघोरा क्षेत्र में एक के बाद एक कोरोना पॉजिटिव के 20 मामले सामने आ चुके हैं. चौकाने वाली बात तो यह है कि अधिकांश लोग एक दूसरे के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हुए हैं. उन्हें प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की मदद से इलाज के लिए एम्स में दाखिल करा दिया है. जिले में कोरोना के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए भी नियमों की अनदेखी करना लोगों को मुसीबत में डाल सकता है. ऐसी किसी भी स्थिति से बचने लॉकडाउन के साथ साथ सुरक्षा नियमों का पालन करना अनिवार्य है.
ड्रोन कैमरे से रख रहे नजर
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के निर्देश पर शहरी व उपनगरीय क्षेत्र में जगह जगह बेरिकेट्स लगाए हैं. यहां तैनात पुलिस अफसर व जवान लोगों को समझाइश दे रहे हैं. इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करने वालों को सबक सिखाया जा रहा है. पुलिस भीतरी हिस्से में नियम तोड़ने वालों पर नजर रखने ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है. इसकी नजर से बच पाना संभव नहीं है.
स्वस्फूर्त लें सोशल डिस्टेंसिंग का निर्णय
प्रशासन ने आम लोगों की सहुलियत को देखते हुए आवश्यक सेवाओं को चालू रखने का निर्णय लिया है. इसमें बाजार हाट भी शामिल है. जहां निर्धारित समय पर साग सब्जी व अन्य घरेलू सामान की दुकान लग रही है. इन बाजारों में लोग एक दूसरे से सट खडेÞ होकर खरीदारी कर रहे हैं. वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर कोरोना से बच सकते हैं.
क्या कहता है आंकड़ा (12 अप्रैल की स्थिति)
कुल सेम्पल निगेटिव पॉजिटिव
360 335 22