बलरामपुर (ब्यूरो) ! बलरामपुर जिले में कई सरकारी व निजी बैंक कार्यरत है बैंकों में सुविधा के नाम पर बैंक ग्राहकों से कई तरह का शुल्क लिया जाता है मगर जब ग्राहकों को सुविधा देने की बात आती है तो यह बैंक असफल नजर आते है | अगर देखा जाये तो बलरामपुर के कई बैंकों में ग्राहकों के लिए सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां ना तो ग्राहकों के लिए पानी की व्यवस्था है, ना टॉयलेट की। बैठने की पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है। और तो और बैंकों में ग्राहकों को किसी भी समस्याओं के लिए सहायता के लिए कोई भी व्यक्ति उपलब्ध नहीं रहता । पूर्व में कई बैंकों में यह सुविधा थी पर वह अब कई जगह नहीं है । इससे दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों को परेशानी होती है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक व स्टेट बैंक में हल्की बारिश के बाद बैंक परिसर में जाना मुश्किल हो जाता है। सबसे अधिक परेशानी महीने के पहले तारीखे से 10 तारीख को देखने को मिलती है जब पेंशन के लिए बुज़ुर्ग ग्राहक बैंकों में आते हैं। इस संबंध मे जिला बलरामपुर के सामाजिक कार्यकर्ता और कलयुग के भगत सिंह नाम से विख्यात अमानत अली खान ने नगर निगम एवं क्षेत्रीय विधायक ब्रहस्पति सिंह के कार्यों और संवेदनहीनता पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक किसी कार्यक्रम या प्रचार प्रसार के नाम पर लाखों करोड़ों के विज्ञापन और फ्लेक्सी लगाए जाते हैं, परंतु पुरे जिले से आने वाले माताओं, बहनों, बेटियों के लिए इन बैंकों के आस पास न शौचालय की और ना ही प्याऊ जल कि व्यवस्था है| ना ही बैठने के लिए प्रयाप्त मात्रा में शेड वगैरह है। जनता के हित में जहां मुख्य रूप से खर्च करना चाहिए था वहां आज देखा जा सकता है कि पंजाब नेशनल बैंक के पास पूरे जिले से आएं महिलाओ को शौचालय इस्तमाल के लिए इधर उधर भटना पड़ता है । इस मुद्दे को लेकर समाजिक कार्यकर्ता अमानत अली खान उर्फ़ कलयुग के भगतसिंह मुख्य्मंत्री को पत्र के माध्यम से इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेने हेतु निवेदन करेंगे। बैंक के सीएसआर फंड उच्च अधिकारियों के आदेश से बड़ी योजनाओं पर खर्च किया जाता है। लेकिन इस तरह की छोटी मोटी असुविधाओं के लिए बैंक प्रबंधन अपने स्तर से कार्य कर सकता है।
