वाड्रफनगर ! कोरोना काल में वाड्रफनगर जनपद पंचायत सीईओ वेद प्रकाश पाण्डेय के द्वारा फर्जी बिल लगाकर शासन के पैसों का भारी भ्रष्टाचार किया गया है। इसका पता तब चला जब सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी से मिला जहां सिर्फ फर्जी मास्क खरीदी में जैन क्लॉथ स्टोर का फर्जी बिल लगाकर दस लाख चार हजार का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत जनदर्शन अधिकारी कलेक्टर महोदय बलरामपुर को आवेदन देकर कार्यवाही करने का निवेदन किया गया । कलेक्टर महोदय द्वारा जनपद पंचायत सीईओ वाड्रफनगर प्रमोद कुमार सिंह को जांच कर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। अब आगे देखने वाली बात होगी कि ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त जनपद पंचायत सीईओ के प्रति प्राथमिकी दर्ज होती है कि सादे कागज के पन्नों में सिमट कर रह जाती है आने वाला समय में पता चलेगा। प्राथमिकी दर्ज नही कराने का कारण इनके द्वारा दिए गए तर्क समझ से बाहर है इस समंध में चर्चा करने के लिए सीईओ साहब वाड्रफनगर से मोबाइल द्वारा सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन समाचार लिखे जाने तक सम्पर्क नही हो पाया|
फूलीडूमर ग्राम पंचायत का भी मामला – फूलीडूमर ग्राम पंचायत के सचिव विद्याधर यादव के द्वारा सुचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी में कोरोना काल के समय अनाप सनाप फर्जी बील लगाकर राशि निकाली गई है जिसमे जैन क्लॉथ स्टोर से महंगे दामो में चादर खरीदी की गई है| इसमें भी पूर्व सीईओ वेदप्रकाश पाण्डेय का ही कार्यकाल था |