हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत का चेहरा रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौट आए हैं। माना हवाई अड्डे पर कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं ने उनका विजेताओं की तरह स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों की थाप पर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को फूल-मालाओं से लाद दिया। अपनी कार से फुटस्टैंड पर खड़ा होकर मुख्यमंत्री देर तक कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते रहे।
हवाई अड्डे के बाहर प्रेस से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जबरदस्त जीत हुई है। एक बस ड्राइवर का बेटा चुनाव जीतता है-मुख्यमंत्री बना है। हमारे छत्तीसगढ़ के बहुत सारे लोग हिमाचल गये थे। इस जीत में छत्तीसगढ़ का भी योगदान रहा। यहां के साथी भी लगातार वहां गये, प्रचार-प्रसार किया।
छत्तीसगढ़ की कुछ योजनाओं को वहां 10 गारंटी में शामिल किया गया, उसका भी बड़ा प्रभाव है। मुख्यमंत्री ने कहा, हिमाचल देवभूमि है। अब देवभूमि से कांग्रेस के जीत की शुरुआत हुई है। पूरे देश भर में इसका संदेश जाएगा। अभी तक हम दो राज्य में थे। अब तीसरा राज्य हिमाचल हो गया है। अब कर्नाटक की बारी है। वहां भी कांग्रेस का परचम लहराएगा इसका हमें पूरा विश्वास है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया था। चुनावी रणनीति, प्रत्याशियों के चयन से लेकर प्रचार अभियान के संचालन तक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भूमिका रही है। हिमाचल में जीत से केंद्रीय नेतृत्व में भूपेश बघेल की भी ताकत बढ़ी है।
परिणाम आने के तीसरे दिन ही शपथग्रहण की भी खुशी
मुख्यमंत्री का नाम तय करने की चुनौतियों से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, दावेदार तो बहुत सारे लोग थे। सबसे रायशुमारी की। सभी विधायकों ने हाईकमान को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया। एक-एक विधायकों से भी हम लोगों ने रायशुमारी की। 22 घंटे के अंदर में विधायक दल की पहली बैठक हुई। उसके बाद दूसरे दिन ही मुख्यमंत्री अनाउंस हुआ। तीसरे दिन शपथ हुआ है। इसमें खड़गे साहब, राहुल जी, प्रियंका जी, वेणुगोपाल जी, अशोक गहलोत जी सहित कांग्रेस के सारे राष्ट्रीय स्तर के नेता वहां आये थे।
अगले साल सबसे पहले कर्नाटक में चुनाव होगा
साल 2023 में जिन राज्यों में चुनाव होना है, उसमें सबसे पहला राज्य कर्नाटक होगा। मई 2018 में यहां चुनाव हुआ था। अप्रैल-मई में विधानसभा का नया चुनाव होना है। इसके लिए कांग्रेस ने अभी से रणनीतिक तैयारियां तेज कर दी हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से उत्साहित कांग्रेस वहां पूरी तैयारी कर उतरने की तैयारी में है।