राजधानी में महादेव बुक और रेड्डी अन्ना एप के जरिए चल रही ऑनलाइन सट्टेबाजी के रैकेट से बड़ा खुलासा हुआ है। दुबई के फाइव स्टार होटल में 18 सितंबर को ग्रैंड सेलिब्रेशन रखा गया था। इसमें राज्य के नेता, कारोबारी, बिल्डर समेत 80 से ज्यादा लोग शामिल होने की चर्चा है। महादेव बुक के बड़े हिस्सेदारों को दुबई बुलाया गया था, जबकि आईडी चलाने वालों को गोवा में पार्टी दी गई थी। उनके लिए कई रिसॉर्ट बुक किए गए थे। रायपुर-दुर्ग पुलिस अब दुबई जाने वालों की जानकारी जुटा रही है। उन पर कार्रवाई की तैयारी है।
पुलिस रैकेट को तोड़ने में लगी है। जांच के दायरे में राज्य के कई कर्मचारी और अधिकारी भी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रायपुर समेत अन्य राज्यों में होने वाले रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज पर भी महादेव बुक तगड़ा सट्टा चलाने वाले थे। इसके लिए भी ये लोग सेटअप तैयार कर रहे थे। दूसरे राज्यों से लोगों को बुला रहे थे, जो स्टेडियम में बैठकर लाइव सट्टा चलाएं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की।
आईडी चलाने वालों को गोवा में दी गई पार्टी, भिलाई के सतीश ने किराये पर लिया था मकान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डीडी नगर इलाके में पकड़े गए 25 लोगों के मोबाइल को साइबर सेल में जांच के लिए भेजा गया है। उनके वाट्सएप चैट की जांच की जा रही है। आरोपियों का मैसेज भी रिकवर किया जा रहा है, क्योंकि सट्टा का पूरा नेटवर्क ऑनलाइन चलता है। बुकी और उसके साथी कभी सीधे कॉल नहीं करते। उनकी बात इंटरनेट कॉल पर ही होती है। पुलिस का दावा है कि भिलाई निवासी सतीश ने ही डीडी नगर के अलग-अलग इलाके में मकान किराए पर लिया था। वह पकड़े गए आरोपियों के संपर्क में था।
सतीश बुकी सौरभ महादेव और रवि से सीधे संपर्क में है। वह लग्जरी गाड़ियों में घूमता है। रायपुर-दुर्ग के कुछ पुलिस वालों का वह करीबी है। पुलिस सतीश के संबंध में जानकारी जुटा रही है। पुलिस को अहम क्लू मिल गया है। रायपुर में कुछ माह पहले पब और रेस्टोरेंट चलाने वाले एक कारोबारी की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने छापेमारी भी की थी, लेकिन वह नहीं मिला। जल्द ही इसमें कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की तैयारी है।
राज्य के बाहर बेच रहे आईडी
महादेव बुक सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में आईडी बेच रहे थे, लेकिन उसने कम कर दिया है। अपने करीबी और विश्वास पात्र लोगों की ही आईडी बेच रहे हैं। अब आईडी राज्य के बाहर ज्यादा बेची जा रही है। ये 8 राज्यों और 9 देश में अपना नेटवर्क फैला चुके हैं। इसमें बॉलीवुड से जुड़े लोग भी शामिल हैं। इसलिए उन्हें सेलिब्रेशन के लिए दुबई बुलाया गया है।
ऑटो, रिक्शा वालों के खाते किराए पर
महादेव बुक में पैसों का लेन-देन ऑनलाइन होता है। यहां कैश का कोई कारोबार नहीं है। ये ऑटो-रिक्शा, मजदूरी करने वालों के खाते खुलवाते हैं। उन्हें खाते के उपयोग करने के बदले हर माह 5 हजार कमीशन दिया जा रहा है। उनका पासबुक, एटीएम कार्ड अपने पास रखते हैं। इसी तरह उनके नाम से सिम भी खरीदकर रखा हुआ है। खुद के नाम पर कुछ भी नहीं। पैसा मुंबई-कोलकाता से हवाला हो रहा।
सरकारी लोग भी चला रहे हैं आईडी
महादेव बुक पर कार्रवाई के बाद सरकारी महकमे में चर्चा है कि आईडी चलाने वालों में कई सरकारी लोग भी हैं। वे खुद आईडी चला रहे हैं। वे लोगों के पास पैसे भी पहुंचा रहे हैं। इसमें कुछ वर्दी वालों के नाम की भी चर्चा है। कुछ लोगों ने दिल्ली में बड़े बुकियों के साथ मीटिंग भी की है। छोटे लोगों तक सिमटकर रह गई कार्रवाई। रायपुर पुलिस ने सवा साल में दूसरी बार महादेव बुक पर कार्रवाई की है।
दुबई जाने वाले में दुर्ग-रायपुर से ज्यादातर लोग
प्रारंभिक पड़ताल में खुलासा हुआ है कि दुबई जाने वालों में ज्यादातर दुर्ग, भिलाई और रायपुर के है। वे लोग 15-16 सितंबर को रवाना हुए हैं, जो अभी दुबई में ही है। कुछ लोग आकर मुंबई में ठहरे हुए है। इसमें मौदहापारा, बैरनबाजार, रामसागरपारा, सिविल लाइन इलाके के लोग शामिल हैं। जाने वाले में बड़े राजनीति पार्टी से जुड़े नेता, सराफा कारोबार, बिल्डर और कबाड़ से जुड़े लोग हैं।