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32 करोड़ के बजट को 100 करोड़ करने का प्रस्ताव:बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक;अस्पताल निर्माण में देरी पर लगी फटकार,लाल पानी का उठा मुद्दा

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छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में शुक्रवार को बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक हुई। इस बैठक में बस्तर कमिश्नर समेत संभाग के सातों जिले के कलेक्टर मौजूद रहे। सदस्यों ने इस बैठक में 32 करोड़ के बजट को बढ़ाकर 100 करोड़ करने का प्रस्ताव रखा गया। बस्तर में बन रहे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण पर देरी होने के कारण प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, मंत्री कवासी लखमा और सांसद दीपक बैज ने NMDC के अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही निर्माण काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

सदस्यों ने वनाधिकार मान्यता पत्र पट्टाधारियों को शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिए कहा है। साथ ही किसानों का पंजीयन और केसीसी कार्य को ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने की अवश्यकता बताई। वनाधिकार ऋण पुस्तिका का वितरण ज्यादा से ज्यादा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में संभाग के लिए की गई 427 घोषणाओं एवं निर्देश पर पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई।

NMDC के अधिकारियों के साथ करेंगे बैठक

प्राधिकरण के सदस्यों ने सितंबर में NMDC के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक रखने की मांग की। जिसमें बस्तर संभाग के विकास कार्यों सहित क्षेत्र में लालपानी, भर्ती, रेलवे सहित अन्य समस्या का निराकरण के लिए चर्चा किया जाएगा। साथ ही NMDC के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि, बस्तर की आवश्यकता को ध्यान में रखकर काम में तत्परता दिखाएं।

लाल पानी का उठा मुद्दा

आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने दंतेवाड़ा जिले में लाल पानी से प्रभावित ग्रामों के संचालित नेरली, धुरली जल प्रदाय योजना के संबंध में बविप्र उपाध्यक्ष संतराम नेताम की अध्यक्षता में एक जांच समिति का प्रस्ताव दिया। जिसमें अध्यक्ष ने समिति को जांच कराने हेतु निर्देशित किया। समिति में विधायक देवती कर्मा, विक्रम मंडावी, रेखचंद जैन, राजमन बेंजाम शामिल होंगे।

ठेकेदार पर कार्रवाई के निर्देश

कांकेर से बालेंगा तक NH-30 के निर्माण में देरी के कारण की जानकारी ली गई है। बैठक में सड़कों के विकास के साथ-साथ केशकाल घाटी और कांकेर शहर बाईपास सड़क के विकास पर चर्चा करके अधिकारी को ठेकेदार पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।