रायपुर में नक्सलियों के खिलाफ एक हाइलेवल मीटिंग रखी गई। यूनिफाईड कमांड की इस बैठक में अफसरों से बात करने खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्र ध्वज साहू पहुंचे। बैठक में अफसरों ने सरकार के साथ कुछ खुफिया डीटेल्स साझा की हैं। सरकार को भरोसे में लेकर कुछ ऑपरेशंस शुरू करने पर भी बात हुई, ताकि जंगलों में बंदूकों के दम पर राज करने वाले नक्सलियों की कमर तोड़ी जा सके।
बैठक के बाद जब बाहर आकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया को जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि स्टेट पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेस के बीच अच्छा कोऑर्डिनेशन है। बीजापुर सुकमा में लोगों की सुरक्षा के साथ उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। लोगों के राशन कार्ड बने, बंद पड़े आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल खोले गए, सड़कें भी बनाई। नक्सल प्रभावित हिस्सों में टावर लगे। इस प्रकार से लगातार सम्मिलित प्रयास से अब नक्सली पीछे हटे हैं, हमारी कोशिश है कि विश्वास विकास और सुरक्षा इस नीति से हम आगे बढ़े हैं।
नक्सलियों के एंट्री पाइंट पर होगा काम
नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात राज्य और केन्द्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के कल्याण पर भी मंत्री और अफसरों से विचार किया। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों जैसे महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा के उन मार्गों पर फोकस करने को कहा गया है जहां से नक्सली प्रदेश में घुस आते हैं या यहां कांड करके उन राज्यों में जाकर छुप जाते हैं। फोर्स को निगरानी और बॉर्डर के राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया।
इन ऑपरेशंस में छत्तीसगढ़ पुलिस के इंटेलिजेंस, एंटी नक्सल ऑपरेशनल के चीफ, CRPF के डीजी और स्टेट पुलिस के DGP अशोक जुनेजा योजना बनाकर काम करेंगे। सीएम भूपेश बघेल ने भी एंटी नक्सल ऑपरेशन और तेज करने को कहा है। इस बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सुब्रत साहू अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव (गृह), केन्द्रीय गृह मंत्रालय केन्द्रीय सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।