रघुनाथनगर! रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत कराये जा रहे है सड़क निर्माण में गुणवता का ध्यान नही रखा जा रहा है| इस क्षेत्र में वन विभाग द्वारा कई सडको का निर्माण जो गाँवो से होते हुए जंगल के अंदर तक जाती है कराया गया था एवं अभी भी कराया जा रहा है ताकि जंगल की देखभाल करने में या गाड़ी अंदर तक ले जाने में सुविधा हो सके| मगर वन विभाग ख़राब सड़क बनाकर राशी की बंदरबाट कर रही है| सड़क निर्माण में लगने वाले मेंटल की निर्धारित माप से दुगना माप के पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है, उच्चाधिकारियों को अंधेरे में रख जिम्मेवारो द्वारा किया जा रहा गुणवत्ताहीन सड़कों का कई जगह निर्माण रघुनाथ नगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत गाँव से जोडऩे वाले वनमार्ग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। पूरे निर्माण में विभाग द्वारा न तो कार्य को अपने मापदंड के अनुरूप कराया जा रहा और न ही गुणवत्तापूर्ण सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है। दरअसल इस पूरे काम को विभाग द्वारा ही कराया जा रहा है जिसमे मटेरियल विभाग के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। निर्माणाधीन कच्चे सड़क मार्ग को लेकर स्थानीय वन परिक्षेत्रिय अधिकारी (रेंजर) रामसरण राम से पूछने पर बताया कि इस निर्माण में मटेरियल सप्लाई अन्य ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है तथा सड़क निर्माण का काम खुद विभाग द्वारा किये जाने की बात स्वीकारी। निर्धारित माप व गुणवत्ताहीन पत्थरों का उपयोग विभाग द्वारा किये जा रहे इस निर्माणकार्य में विभागीय प्राकलन के अनुसार मुरुमिकरण के पूर्व 40 मिली मीटर पत्थरों का प्रयोग किया जाना था। जिसके बाद मुरुम की परत बिछाकर रोलर चलाया जाना है लेकिन जब मौके पर पहुंच निर्माणाधीन सड़क पर बिछाई जा रही पत्थरो का जायजा लिया गया तो 40 एम एम की जगह करीब 70-80 एमएम के स्थानीय खदानों के बोल्डर पत्थरो का उपयोग किया जा रहा था। जिसके बारे में जब स्थानीय रेंजर से पूछने पर बताया कि पत्थर के साइज पुछने पर कहा कि सारा काम नियम के मुताबिक हो रहा है आपको गलत लगता है तो आप जांच करवा लीजिए जिसके बाद रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) को बताया गया कि अन्य विभागों में अब हैंडब्रोकन गिट्टी स्थानीय खदानों की गिट्टी बंद कर दिया गया। लेकिन आपके विभाग में अब भी चल रहा है जिस पर रेंजर ने कहा कि हमारे विभाग में हैंड ब्रोकन उपयोग करने की अनुमति है किंतु गिट्टी के माप पर फिर उन्होंने शिकायत मिलने पर जांच करने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ते नजर आए लेकिन पूरे निर्माण में उसी गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है।

उच्चाधिकारियों को अंधेरे में रखकर किया जा रहा भ्रष्टाचार – गौरतलब है रघुनाथनगर वन विभाग में पहले भी विभाग द्वारा कराये जा रहे कामो को लेकर कई बार शिकायत मिल चुकी है। साथ ही कई बार सुर्खियों में रहा वन परिक्षेत्र रघुनाथनगर इसके बावजूद भी अभी तक अधिकारी के मौन होने की वजह से लोगों में अटकलों का बाजार बना हुआ है वर्तमान में पदस्थ वनमंडलाधिकारी के पदस्थापना के बाद विभाग में होने वाले कई भ्रष्टाचार पर अंकुश भी लग गई थी। लेकिन अब भी कुछ विभागीय अधिकारी द्वारा अपने उच्चाधिकारियों को अंधेरे में रखकर निर्माण कार्यो में बखूबी भ्रष्टाचार को अंजाम देने में जुटे है। बहरहाल देखना होगा वर्तमान में हो रहे इस निर्माण पर अब विभाग के उच्चाधिकारी किस तरह मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करते है