उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में नए साल की शुरुआत में पहली बार इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत होने जा रही है. 5 जनवरी से शहर में 15 लो-फ्लोर एसी इलेक्ट्रिक बसों का पहला बैच शुरू किया जाएगा. आने वाले दिनों में गाजियाबाद में 50 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी.
उत्तर प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के रीजनल मैनेजर एके सिंह ने बताया कि राज्य के शहरी विकास विभाग के आदेश के आनुसार 5 जनवरी 2022 से गाजियाबाद में ई-बस सेवा शुरू करने जा रहे हैं. शुरुआत में 15 ई-बसें मिलेंगी, जो चार रूटों पर चलेंगी. इन बसों के लिए विजय नगर के अकबरपुर-बेहरामपुर में चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है.
ये इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज करने पर 120 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती हैं. एक बस को पूरी तरह चार्ज होने में लगभग दो घंटे लगेंगे. UPSRTC इन बसों के लिए ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरतों को पूरा करने के लिए 12 चार्जिंग प्वाइंट स्थापित कर रहा है. इन चार्जिंग बे में डबल पॉइंट चार्जिंग की सुविधा भी होगी, जिससे बैटरी को पूरी तरह चार्ज होने में सिर्फ एक घंटे का समय लगेगा.
इन इलेक्ट्रिक बसों को चलाने के लिए गाजियाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के नाम से अपनी पहली राज्य द्वारा संचालित शहर परिवहन सेवा स्थापित की है. इसकी अध्यक्षता मेरठ के आयुक्त सुरेंद्र सिंह और यूपीएसआरटीसी और गाजियाबाद नगर निगम (जीएमसी) के अधिकारी करेंगे. एके सिंह को इकाई का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 जनवरी को ई-बस सेवा को हरी झंडी दिखा सकते हैं. इलेक्ट्रिक बसें एक बार में 88 किलोमीटर की यात्रा करेंगी. इनका रुट 33 किलोमीटर (एक तरफसे ) का पहला मार्ग आनंद विहार को मुरादनगर से, दूसरा 20 किमी का आनंद विहार से राज नगर के एएलटी सेंटर तक, तीसरा 20 किमी का मार्ग दिलशाद गार्डन से गोविंदपुरम तक और चौथा 15 किमी मार्ग विभिन्न बिंदुओं को जोड़ेगा. इस बस का न्यूनतम किराया 10 रुपए होगा. वहीं, अधिकतम किराया 40 रुपए होगा.