पिछले साल शानदार रिटर्न के बाद सोने की कीमतों (Gold price today) में इक्विटी की तुलना में नरमी बनी हुई है. हालांकि, विश्लेषक अनिश्चित समय के दौरान सुरक्षित पनाहगाह मानी जाने वाली पीली धातु पर दांव लगा रहे हैं. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (motilal oswal financial services ltd.) के मुताबिक अगले एक साल में सोने की कीमतें (Aaj ka gold rate) बढ़ सकती है. सोने का भाव अगले 12 महीनों में ₹52,000-53,000 के रिकाॅर्ड हाई तक बढ़ सकता है. इस दिवाली सोने का भाव 48 हजार के आस-पास ही रहेगी. बता दें कि सोने की कीमतें पिछली तीन दिवाली के मौके पर तेजी में रही हैं, वैसी उम्मीद अगली साल दिवाली तक इसमें तेजी की नहीं है. अभी सोने की कीमतें 48 हजार के आस-पास हैं. यानी यहां से अगली दिवाली तक इसमें 10-15% की ही तेजी संभव है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी एक्सपर्ट्स द्वारा News18 Hindi को दी गई जानकारी के मुताबिक, पिछली दिवाली से इस दिवाली तक सर्राफा (बुलियंस) की कीमतें कंसॉलिडेट होती रही हैं और पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड यील्ड (Bond Yield) में अस्थिरता के बीच कुछ उतार चढ़ाव देखा है. वर्ष की पहली छमाही के लिए, उम्मीद से बेहतर आर्थिक डेटा और फेड के तेजतर्रार आउटलुक की बदौलत अधिकांश बाजार सहभागियों को मजबूती मिली. हालांकि, दूसरी छमाही में कमजोर डेटा सेट और फेड के दृष्टिकोण में बदलाव देखा गया है जो सोने की कीमतों में फिर से तेजी की शुरुआत कर सकता है. मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, सोना एक बार फिर से 2000 डॉलर तक बढ़ सकता है और अब तक की नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. निवेश के लिहाज से निवेशकों के पास यह बेहतर मौका हो सकता है.
जानें कैसा रहा है पिछला प्रदर्शन?
पिछले आठ सालों में सोने ने दहाई अंक में प्रदर्शन किया है. हालांकि, 2021 में सोने की कीमतों (Kya hai aaj ke gold ka rate) में वापसी निवेशकों के पक्ष में नहीं रही है. 2021 में, कीमतें ₹51,875 के उच्च स्तर और ₹43,320 के निम्न स्तर पर पहुंच गई थीं. 2019 और 2020 में सोने की कीमतें क्रमशः 52% और 25% ऊपर थीं.
ब्रोकरेज फर्म एंजल वन ने कहा कि सोने की कीमतें अगली दिवाली तक ₹54,000 प्रति 10 ग्राम की ओर बढ़ेंगी. अगली दिवाली तक हमें उम्मीद है कि सोने की कीमतों को 42,300 – 41,100 के स्तर पर समर्थन मिलेगा.
सोने की मांग बढ़ी
इस त्योहारी और शादियों के मौसम के साथ ही सोने की मांग (22-24 कैरेट गोल्ड का रेट)में तेजी नजर आ रही है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, कोविड की शुरुआत के बाद से यह काफी व्यस्त त्योहारी सीजन है जहां हम सोने की खरीदारी का शानदार उम्मीद कर रहे हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा कि डिजिटल गोल्ड की मांग में भी कई गुना वृद्धि हुई है. प्रमुख ज्वैलर्स द्वारा इनोवेटिव टेक इनिशिएटिव्स, डिजिटल गोल्ड (Digital gold)और यूपीआई प्लेटफॉर्म (UPI platform) के साथ साझेदारी से खरीदारों और निवेशकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है.
बता दें कि जुलाई-सितंबर की अवधि में भारत की सोने की मांग 139.1 टन थी जो कि 2020 की तुलना में 47% अधिक है. वहीं, गोल्ड ज्वेलरी की मांग 58% बढ़कर 96.2 टन हो गई. बार और सिक्कों की निवेश मांग में भी 18% की वृद्धि हुई है. हालांकि, इस साल मानसून और पितृ-पक्ष के दौरान मांग में कमी देखी गई थी लेकिन अब वापस ग्राहकों में दिलचस्पी बढ़ी है.