अगर आप भी पीएम किसान (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) योजना के लाभार्थी हैं तो फटाफट ये डाक्यूमेंट जमा करा दें. वरना आपकी अगली किस्त अटक सकती है. बता दें कि सरकार की ओर से देश के किसानों को हर साल 6000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोदी सरकार किसानों (Modi Government) को मिलने वाली इस सुविधा को डबल करने का विचार कर रही है. अगर ऐसा होता है तो किसानों को हर साल 6000 रुपये की जगह 12000 रुपये तीन किस्तों में मिल सकते हैं.
सरकार ने इस योजना की पुरानी व्यवस्था में कुछ बदलाव किए हैं. अब पीएम किसान सम्मान स्कीम का लाभ अब उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके नाम पर खेत होगा. यानी कि पहले की तरह पुश्तैनी जमीन में हिस्सेदारी रखने वालों को अब इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा. अगर आपके नाम पर भी खेत है तो तुरंत ये काम कर लें
देनी होगी ये जरूरी जानकारी
2019 में शुरू हुई इस योजना में बीते कुछ समय में कुछ गड़बड़ियां पाई गईं, जिसे सरकार ने सुधारने का फैसला किया है. सरकार ने इस योजना में पारदर्शिता लाने के लिए यह कदम उठाया है. किसान सम्मान निधि योजना में नए रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों को अब आवेदन फॉर्म में अपनी जमीन का प्लाट नंबर भी बताना होगा. हालांकि नए नियमों का प्रभाव योजना से जुड़े पुराने लाभार्थियों पर नहीं पड़ेगा.
जानिए किन किसानों को मिलता है फायदा
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत केवल उन्हीं किसानों को इसका फायदा मिलता है जिनके पास 2 हेक्टेयर यानी 5 एकड़ कृषि योग्य खेती हो. अब सरकार ने जोत की सीमा को खत्म कर दी है.लेकिन अगर कोई इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करता है तो उसे पीएम किसान सम्मान निधि से बाहर रखा गया है. इसमें वकील, डॉक्टर, सीए आदि भी इस योजना से बाहर हैं.
इन महीनों में आती है पीएम किसान की किस्त
हर वित्त वर्ष में पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त 1 अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच आती है. किस्त किसानों के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर कर दी जाती है.
इन गलतियों से अटक जाते हैं पैसे
कभी कभी तो सरकार की तरफ से अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं, लेकिन किसानों के अकाउंट में नहीं पहुंचते हैं. इसकी सबसे वजह आपके आधार, अकाउंट नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में गलती का होना हो सकता है..