पंजशीर. पूरा अफगानिस्तान (Afghanistan) तालिबान (Taliban) के कब्जे आ चुका है. वहीं पंजशीर घाटी को भी लड़ाकों ने चारों से ओर घेर रखा है और धीरे-धीरे करीब पहुंचता जा रहा है. इस बीच पंजशीर में डटे अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति और स्वघोषित कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Amrullah Saleh) दिवंगत वॉर लार्ड अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद तालिबान को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. सालेह ने साफ कर दिया है कि वो देश छोड़कर भागेंगे नहीं. उन्होंने तालिबान के आगे घुटने टेकने से इनकार करते हुए कहा, ‘एक दिन सिर्फ अल्लाह ही मेरी रूह को यहां से निकालेंगे, लेकिन फिर भी मेरे अवशेष इसी मिट्टी से मिल जाएंगे.’