अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Afghanistan Crisis) में तेज़ी से घटनाक्रम में बदलाव देखा जा रहा है. न्यूज़ 18 को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तालिबान नेतृत्व सोमवार को दोहा से काबुल पहुंच सकता है. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अफगान सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पूर्व पीएम गुलबुद्दीन हेकमतयार एक अंतरिम व्यापक-आधारित सरकार स्थापित करने के लिए आतंकवादी समूह के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं.
एक सूत्र ने कहा कि वे ये बताने की कोशिश करेंगे कि तालिबान के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय वैधता’ प्राप्त करने के लिए एक व्यापक-आधारित सरकार का विकल्प चुनना आवश्यक है. राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार रात देश से भाग गए क्योंकि विद्रोहियों ने राजधानी को घेर लिया. गनी ने भागने के बाद कहा, ‘तालिबान ने अपनी तलवारों और बंदूकों के फैसले से जीत हासिल की है, और अब वे अपने देशवासियों के सम्मान, संपत्ति और आत्म-संरक्षण के लिए जिम्मेदार हैं.’