मुंबई. नरीमन प्वाइंट स्थित एयर इंडिया (Air India) की आइकॉनिक बिल्डिंग को खरीदने के लिए महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने एक बार फिर से बातचीत शुरू कर दी है. महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव एसजे कुंते (SJ Kunte) ने मंगलवार को एयर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल (Rajeev Bansal) के साथ मंगलवार को डील पर चर्चा के लिए बैठक की. दरअसल महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Government) इस बिल्डिंग को 1400 करोड़ रुपये में खरीदना चाहती है, जबकि एयर इंडिया ने राज्य सरकार को मंगलवार की मीटिंग में बताया कि आतंरिक मूल्यांकन में बिल्डिंग की कीमत को 2000 करोड़ रुपये आंका गया है.
राज्य सरकार के अधिकारी ने एयर इंडिया को बताया कि बिल्डिंग सरकारी भूमि पर खड़ी है और उसका मालिकाना राज्य सरकार के पास है. साथ ही एयर इंडिया को विभिन्न मानदेय के तहत 400 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है. इसी तरह पूरी डील 2400 करोड़ रुपये की पड़ेगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार ने एयर इंडिया से कहा है कि अगर वह बिल्डिंग को बेचना चाहती है तो वैल्यूएशन रिपोर्ट साझा करे.
कुंते ने इस बात को माना कि बिल्डिंग की बिक्री के लिए एयर इंडिया के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई है. उन्होंने कहा कि हम विभिन्न कानूनी प्रावधानों और वैल्यूएशन से जुड़े मुद्दों की समीक्षा कर रहे हैं. हालांकि एयर इंडिया के सीएमडी बंसल ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा ये उनका आंतरिक मामला है.
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी पिछले काफी समय से घाटे में चल रही है, लिहाजा कंपनी ने दिसंबर 2018 में बिल्डिंग और उसकी जमीन को बेचने का फैसला किया था. महाराष्ट्र की पिछली सरकार (तब देवेंद्र फड़नवीस मुख्यमंत्री थे) ने भी बिल्डिंग को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी, ताकि मुंबई भर में फैसले राज्य सरकार के विभिन्न कार्यालयों को एक जगह किया जा सके.
महाराष्ट्र सरकार ने 23 मंजिला इमारत के लिए 1400 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. हालांकि ये ऑफर बिल्डिंग के 2019 के रिजर्व प्राइस के मुकाबले 200 करोड़ रुपया कम था. एयर इंडिया ने अब दावा किया है कि ताजा वैल्यूशन में इमारत की कीमत 2000 करोड़ रुपये है. इसी बिल्डिंग के लिए राज्य सरकार के अधिकार वाले जवाहर लाल पोर्ट ट्रस्ट और लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने 1375 करोड़ और 1200 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था.
हालांकि महाराष्ट्र की सत्ता में बदलाव के चलते ऑफर पर विराम लग गया और एयर इंडिया को भी कोई खरीददार नहीं मिला. काफी लंबे समय तक महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार ने भी बिल्डिंग की खरीद पर कोई एक्शन नहीं लिया.
मौजूदा समय में एयर इंडिया ने बिल्डिंग को खाली कर दिया है और केवल टॉप फ्लोर उसके कब्जे में है. कंपनी ने बाकी बिल्डिंग को किराए पर दे रखा है, जिससे कंपनी को राजस्व मिलता है.