कोटा. राजस्थान के कोटा संभाग (Kota Division) में लगातार हुई भारी बारिश (Heavy rain) में करोड़ों रुपये की फसलें पानी में डूब (Crops destroyed) गई हैं. कोटा संभाग में अतिवृष्टि के कारण धान के अतिरिक्त अन्य सभी फसलों में भारी खराबा हुआ है. कृषि विभाग के अनुमान के अनुसार संभागभर में करीब 3.66 लाख हैक्टेयर में खरीफ की फसल बर्बाद हो गई हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम ने मंगलवार को अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर खरीफ की फसल में नुकसान का जायजा लिया. इसके लिये कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश भी कोटा पंहुचे. उन्होंने भी खराबे का जायजा लेकर नुकसान पर चिंता जताई.
संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. रामावतार शर्मा ने बताया कि कोटा संभाग में इस वर्ष खरीफ फसल की कुल 10 लाख 42 लाख 503 हैक्टेयर में बुवाई हुयी थी. इनमें 6 लाख 38 हजार 421 हैक्टेयर में सोयाबीन, 1 लाख 70 हजार 165 हैक्टेयर में उड़द, 89 हजार 771 हैक्टेयर में मक्का आदि फसलों की बुवाई की गई थी. वर्तमान में हुये सर्वे के अनुसार अतिवृष्टि से सर्वाधिक हानि इन्हीं फसलों में हुई है. शर्मा ने बताया कि वर्तमान आंकड़ों के अनुसार अब तक संभाग में सोयाबीन की फसलों में 2 लाख 14 हजार 321 और उड़द के 93 हजार 636 हैक्टेयर में अतिवृष्टि के कारण नुकसान हुआ है. नुकसान का पूरा आंकलन करने के लिये कृषि विभाग और प्रशासन की टीम जुटी हुई है.
कृषि आयुक्त ने केशवरायपाटन तहसील के गांवों का किया दौरा
कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश ने विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ बूंदी जिले की केशवरायपाटन तहसील के रंगराजपुरा, अरनेठा, कापरेन, कोडक्या, नोताड़ा, देईखेडा और लबान आदि गावों का दौरा कर अतिवृष्टि से फसलों में हुये नुकसान का जायजा लिया. फसलों का जायजा लेने आई कृषि विभाग की टीम में संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. रामावतार शर्मा, उप निदेशक कृषि बूंदी रमेशचन्द्र जैन, जिला विस्तार अधिकारी राधा कृष्ण शर्मा, कृषि अधिकारी एवं अन्य सहायक कृषि अधिकारी तथा कृषि पर्यवेक्षक मौजूद रहे.
बीजेपी कर रही है 100 फीसदी फसल खराबे का दावा
हाड़ौती में हुई भारी बारिश के बाद फसलों की हुई तबाही और क्षतिग्रस्त हुए मकानों को लेकर बीजेपी लगातार गहलोत सरकार पर हमलावर हो रही है. प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर बीजेपी का तीन सदस्य दल भी कोटा संभाग में फसल खराबे का जायजा लेने पहुंचा. दल की सदस्य चंद्रकांता मेघवाल ने आरोप लगाया कि भारी बारिश से किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं. सरकार की ओर से कराये जा रहे सर्वे में पीड़ित किसान की अनदेखी ना हो इसके लिए बीजेपी के पदाधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं.