म्मू स्थित वायुसेना (Indian Airforce) के हवाई अड्डे पर बीती रात एक और ड्रोन(Drone In Jammu Kashmir) देखा गया है. जिसके बाद सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं. बता दें यह ड्रोन ऐसे वक्त में दिखे हैं जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), जम्मू सेक्टर में सुरक्षा स्थितियों का जायजा लेंगे. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जम्मू सेक्टर में हैं.
बताया गया कि बिपिन रावत इसी एयर बेस पर बीते महीने हुए विस्फोट के बाद के हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे. सीडीएस की मौजूदगी में ही ड्रोन देखे जाने के बाद एलर्ट जारी कर दिया गया. रावत, आज सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक भी करने वाले हैं. गौरतलब है कि पिछले महीने वायुसेना के अड्डे पर दो ड्रोन से हमला किया गया था. हालांकि इस विस्फोट में किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था और दो जवानों को हल्की चोटें आई थीं. इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं.
जम्मू में बीएसएफ के जवानों ने सीमा के निकट उड़ती हुई वस्तु पर चलाईं गोलियां
इससे पहले बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास एक उड़ती हुई वस्तु पर गोलियां चलाई, जिसमें लाल रंग की रोशनी चमक रही थी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 13 और 14 जुलाई की दरमियानी रात अरनिया सेक्टर में जवानों ने करीब 200 मीटर की ऊंचाई पर टिमटिमाती लाल बत्ती देखी.
उन्होंने कहा, ‘जवानों ने उसकी ओर गोलियां चलाई, जिससे वह लाल बत्ती वाली चीज वहां से चली गई. इलाके में तलाश अभियान जारी है. अभी तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है.’
गौरतलब है कि दो जुलाई को पाकिस्तान के ‘क्वाडकॉप्टर’ ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन बीएसएफ के जवानों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद वह पीछे हट गया था. पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा भारत के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए ‘ड्रोन’ का इस्तेमाल करने का पहला मामला 27 जून तड़के सामने आया था, जब जम्मू शहर के भारतीय वायुसेना अड्डे पर दो बम गिराए गए थे. इसमें दो जवानों को मामूली चोटें आईं. अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में ज्यादातर जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में, ‘ड्रोन’ और अन्य मानव रहित हवाई यंत्रों के भंडारण, बिक्री या उसे कब्जे में रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है.