मध्य प्रदेश के पुलिस स्टाफ (Police) के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर है. पुलिस कर्मचारियों की छुट्टी पर लगी रोक हटा ली गयी है. फील्ड में तैनात स्टाफ अब छुट्टियां ले सकेगा. मैदानी पुलिसकर्मी छुट्टी ले सकेंगे. छुट्टियों पर रोक हटाने से प्रदेश के एक लाख से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अफसरों को राहत मिलेगी.
भोपाल क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने कहा- कोरोना में संघर्ष का समय था. स्थिति सामान्य होने लगी है पहले जो स्थिति बन रही थी उसमें पुलिस जवानों ने बिना छुट्टी के अपने फर्ज को निभाया. अब मुख्यालय के आदेश का हम पालन कर रहे हैं. पुलिस कर्मियों को छुट्टी दी जा रही हैं.
ये है पुलिस मुख्यालय का आदेश…
पुलिस मुख्यालय की प्रशासन शाखा ने प्रदेशभर के सभी SP को आदेश जारी किए हैं. इसमें कहा गया है कि छुट्टियों पर जो प्रतिबंध लगाया गया था उसे हटा लिया गया है. यानी अब जिले में सक्षम अधिकारी पुलिस कर्मियों को छुट्टी देने के लिए समर्थ होंगे. साथ ही छुट्टी के दौरान पुलिसकर्मियों के आवागमन पर भी प्रतिबंध लगाया गया था. लेकिन अब ये प्रतिबंध भी हटा लिया गया है. यानी पुलिसकर्मी छुट्टी के दौरान कहीं भी आ जा सकते हैं.
1 लाख से ज्यादा पुलिसकर्मियों को राहत
पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद अब मध्य प्रदेश के एक लाख से ज्यादा पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा. क्योंकि अभी अति आवश्यक स्थिति में ही सक्षम अधिकारी छुट्टी देने की पात्रता रखता थे. लेकिन अब उन्हें थाना स्तर पर छुट्टी मिल सकेगी. मध्यप्रदेश में एक लाख से ज्यादा पुलिस फोर्स में आईपीएस अधिकारी से लेकर राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी शामिल हैं. प्रदेश में मैदानी अमला सबसे ज्यादा है. इसमें कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल्स की संख्या सबसे ज्यादा है.
मार्च में लगी थी रोक
मार्च में पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया था कि यदि किसी को अति आवश्यक स्थिति में छुट्टी की मंजूरी मिलती है. तो वह पुलिसकर्मी बेवजह इधर-उधर नहीं घूमेंगे. क्योंकि इससे उसे संक्रमण का खतरा हो सकता है. सिर्फ अति आवश्यक काम को लेकर सक्षम अधिकारी ही उस पुलिसकर्मी की छुट्टी को मंजूरी दे सकते हैं.