पश्चिम बंगाल (West Bengal) और असम (Assam) के तीसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार का आज आखिरी दिन है. इन दो राज्यों के साथ ही केरल (Kerala), तमिलनाडु (Tamil Nadu) और पुडुचेरी (Puducherry) में भी 6 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार (Election Campaign) का आज आखिरी दिन है. बंगाल में तीसरे चरण के लिए 3 जिलों की 31 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है जबकि असम के आखिरी चरण के लिए 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान किया जाएगा.
5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले दो चरणों में केवल पश्चिम बंगाल और असम के लिए वोटिंग की गई थी. 6 अप्रैल को पांचों राज्यों के लिए मतदान किया जाएगा. बंगाल और असम की तरह ही आज केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के सभी सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भी प्रचार थम जाएगा. बता दें कि 6 अप्रैल को केरल की सभी 140 सीटों, तमिलनाडु की सभी 234 सीटों और पुडुचेरी की सभी 30 सीटों के लिए मतदान किया जाना है.
आइए जानते हैं सभी पांच राज्यों में सीटों का समीकरण
ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री हैं. साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीट हासिल हुई थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 44 जबकि लेफ्ट के पास 26 सीट गई थी. हालांकि इस बार बीजेपी जो टीएमसी को सबसे ज्यादा टक्कर देती दिखाई दे रही है. उसे पिछले चुनाव में मात्र 3 सीट ही हासिल हुई थी.
असम में कुल 126 विधानसभा सीटें हैं. असमर में इस समय एनडीए की सरकार है और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं. पिछली बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बीजेपी को 60 सीटें, सम गण परिषद को 14 सीटें मिली थीं. वहीं बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट ने 12 सीट पर कब्जा किया था. पिछले बार के चुनाव में कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 26 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी. यहां पर सरकार को बहुमत के लिए 64 सीटों की जरूरत होती है.
तमिलनाडु में विधानसभा में 234 सीटें हैं. यहां पर अभी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम की सरकार और इ पलानीस्वामी मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में AIADMK ने 136 और मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने 89 सीटें हासिल हुई थीं. तमिलनाडु में जिस पार्टी के पास 118 सीटें होती है वह सरकार बनाता हैं.
पुडुचेरी में कुल 30 विधानसभा सीट है. पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है. यहां पर अभी कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की सरकार थी जो कुछ दिन पहले ही गिर गई थी. पिछले चुनाव में यहां पर कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं जबकि ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस आठ सीटें मिली थीं. पुडुचेरी विधानसभा में बहुमत के लिए 16 सीटों की जरूरत होती है.
केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं. यहां पर अभी सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है. केरल के पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं. केरल में बहुमत के लिए 71 सीटों की जरूरत होती है. पिछले चुनाव में एलडीएफ को 91 और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें हासिल हुईं थीं.