Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आयी प्राकृतिक आपदा को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
तमिलनाडु सरकार (Tamilnadu Government) ने हिमखंड टूटने के बाद बाढ़ से प्रभावित उत्तराखंड (Uttarakhand) को मदद की पेशकश की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी (K Palaniswami) ने घटना में मारे जाने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘तमिलनाडु के लोगों और राज्य सरकार की ओर से मैं बाढ़ में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु सरकार उत्तराखंड को हरसंभव सहायता मुहैया कराने की तैयारी कर रही है.’’
बता दें पलानीस्वामी से पहले केंद्र सरकार और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी उत्तराखंड को हरसंभव मदद देने का ऐलान किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आश्वस्त किया कि उत्तराखंड में पैदा हुई सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर शीघ्र से शीघ्र स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया जाएगा और इस आपदा से निपटने में केंद्र सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर हर आवश्यक मदद दी जाएगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार उत्तराखंड के लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराने के लिये तैयार है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी एकजुटता दिखाते हुए आपदा से प्रभावित लोगों की मदद की कामना की. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए.
संयुक्त राष्ट्र ने भी की मदद की पेशकश
इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनिया गुतारेस ने दुख जताया और कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो उत्तराखंड में जारी बचाव एवं राहत कार्यों में संगठन सहयोग देने के लिए तैयार है. गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘‘रविवार को भारत के उत्तराखंड राज्य में ग्लेशियर टूटने और उसके परिणामस्वरूप आई बाढ़ में कई लोगों की मौत एवं दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं.
गुतारेस के वक्तव्य के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर ‘‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जो संवेदनाएं व्यक्त की हैं उनकी हम सराहना करते हैं.’’
उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में अचानक आई विकराल बाढ़ में 11 लोगों की मौत हुई है और 140 से ज्यादा लोग अभी लापता हैं. ऋषिगंगा घाटी के रैणी क्षेत्र में हिमखंड टूटने से ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में रविवार को अचानक आई बाढ़ से पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी तबाही हुई है.