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पुलवामा: सुरक्षाबलों के सामने पस्त हुए हौसले, मुठभेड़ में घिरने पर दो आतंकियों ने किया सरेंडर

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J&K Update: काफी देर तक हुई गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादियों (Terrorists) ने अपनी एके राइफलों के साथ सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. उन्होंने कहा कि दोनों आतंकवादियों की पहचान अकील अहमद लोन और रउफ उल इस्लाम के तौर पर हुई है.

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ आतंकवादियों की फिर मुठभेड़ हुई. इस दौरान सुरक्षाबलों के जवानों से घिरने के बाद आतंकियों ने आत्मसमर्पण की राह चुनी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने जिले के काकापोरा इलाके के लेलहार में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद शुक्रवार रात को घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था.

उन्होंने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोली चलाए जाने के बाद तलाश अभियान मुठभेड़ में बदल गया. अधिकारियों ने बताया कि रात को काफी देर तक हुई गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादियों ने अपनी एके राइफलों के साथ सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. उन्होंने कहा कि दोनों आतंकवादियों की पहचान अकील अहमद लोन और रउफ उल इस्लाम के तौर पर हुई है. लोन के दाएं पैर में छर्रे लगे हैं और उसे यहां से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.

शुक्रवार को भी किए 3 आतंकी ढेर
शुक्रवार को भी पुलिस की आतंकवादियों के साथ अवंतीपोरा (Awantipora) के त्राल इलाके में मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान जवानों ने तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. कश्मीर आईजी ने कहा ‘कल अवंतीपोरा पुलिस को मंडोरा गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने इलाके को घेर लिया था.’ उन्होंने बताया ‘आतंकियों के सरेंडर के लिए मना करने और ग्रेनेड दागने के बाद एनकाउंटर शुरू हो गया था.’ उन्होंने जानकारी दी ‘तीन आतंकियों को मार दिया गया है. इनका संबंध हिजबुल मुजाहिदीन से था.’

खास बात है कि भारतीय सेना (Indian Army) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकवाद-रोधी अभियानों (Counter-terrorism operations) के लिए अपनी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) में बदलाव किया है, जिसके तहत वह मुठभेड़ों के दौरान अपने कर्मियों की जान को खतरा होने के बावजूद आतंकवादियों के आत्मसमर्पण पर अधिक जोर दे रही है.