पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) ने आज पहली किसान ट्रेन (Kashan train) पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तारकेश्वर से नागालैंड (Nagaland) के दीमापुर के लिए रवाना की. इस ट्रेन के जरिए पश्चिम बंगाल से पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए आलू की पहली खेप बिक्री के लिए भेजी गई.
देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है. किसानों के फसलों और उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे ने किसान रेलवे की शुरूआत की है. इससे ना सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि आम जनता को भी किफायती खाद्य उत्पाद मिल सकेंगे.
पूर्वोत्तर रेलवे ने आज पहली किसान ट्रेन पश्चिम बंगाल के तारकेश्वर से नागालैंड के दीमापुर के लिए रवाना की. 00329 तारकेश्वर-दीमापुर किसान स्पेशल ट्रेन प्रत्येक शुक्रवार सुबह 10 बजे चला करेगी. वहीं दीमापुर से 00330 ट्रेन शनिवार की रात 9:30 बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना होगी. पश्चिम बंगाल का तारकेश्वर में यह ट्रेन सुबह 7:10 बजे पहुंचेगी.
तारकेश्वर स्टेशन में लोड होगा आलू- पूर्वोत्तर रेलवे के हावड़ा डिवीजन में तारकेश्वर रेलवे स्टेशन में आलू का लदान किया जाएगा. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के हुगली और बर्दवान जिले में सबसे अधिक आलू का उत्पादन किया जाता है. उम्मीद की जा रही है कि इस किसान ट्रेन से स्थानीय किसानों को सीधे लाभ मिलेगा. वहीं बाज़ारों में भी आलू की उपलब्धता बढ़ेगी. लोगों को सस्ता आलू मिल पायेगा.
इन स्टेशनों में रुकेगी यह किसान ट्रेन- तारकेश्वर-दीमापुर-तारकेश्वर के बीच यह ट्रेन बंडल, अम्बिका कलना, नाबाद्विप धाम, पुरबस्थली, कटवा, अजीमगंज, अजीमगंज सिटी, मालदा टाउन, नई जलपाईगुड़ी, न्यू कूंचविहार, न्यू बॉंगैंगों, गुवाहाटी और लामडिंग स्टेशनों पर रुकेगी.