Income Tax Department Raids: राजस्थान में तीन कारोबारी समूहों पर गत चार दिन से चल रही आयकर छापे की कार्रवाई में व्यापक पैमाने पर अघोषित आय का खुलासा हुआ है.
राजस्थान में 3 कारोबारी समूहों पर गत 4 दिन से चल रहे आयकर छापे (Income tax raids) की कार्रवाई में 1400 करोड़ रुपए से ज्यादा की ब्लैक मनी (Black money) का पता चला है. केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अनुसार, दो बिल्डर्स समूह और एक ज्वैलर्स समूह पर छापे की कार्रवाई में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी के दस्तावेज मिले हैं. छापों में हार्ड डिस्क, सोना-चांदी के साथ-साथ मकान के अंदर बनाई गई गुफा में काले कारोबार के अकूत सबूत भी हाथ लगे हैं.
आयकर विभाग द्वारा एक ज्वैलर और दो रियल-एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर छापे की कार्रवाई में राजस्थान में संभवत: अब तक की सबसे बड़ी अघोषित आय का खुलासा हुआ है. प्रदेशभर में तीनों कारोबारियों के 20 जगहों पर छापे और 11 ठिकानों पर किए गए सर्वे में बड़े पैमाने पर दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए गए हैं. छापों में ऐसे निवेश संबंधी और लेन-देन के भारी मात्रा में ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी गुत्थी सुलझाना आयकर विभाग के सामने चुनौती है. बेहिसाब रसीदें, अस्पष्टीकृत विकास व्यय, अस्पष्ट संपत्ति, नकदी ऋण और अग्रिम पैसे की रसीदें जब्त की गई हैं.
650 करोड़ रुपए के अघोषित लेन-देन का खुलासा
छापे की कार्रवाई में एक बिल्डर्स एवं डेवलपर्स के पिछले 6-7 वर्षों के बेहिसाब लेन-देन का पूरा विवरण मिला है. इस समूह के मुख्य व्यावसायिक परिसर से कई रजिस्टर, स्लिप पैड, दैनिक कैश बुक, तहखाने में छिपाई गई व्यय पत्रक और डायरियों को जब्त किया गया है. जब्त किए गए सभी दस्तावेजों में 650 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी में अघोषित लेन-देन का खुलासा हुआ है.
525 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति
जेम्स एंड ज्वैलरी का कारोबार करने वाले दूसरे समूह पर छापे की कार्रवाई में बड़ी मात्रा में प्रीसियस और सेमी प्रीसियस स्टोन्स, सोने-चांदी की ज्वैलरी, एंटीक आभूषण, हस्तशिल्प, कालीन और कपड़ों का बड़ा भंडार मिला है. जेम्स एंड ज्वैलर्स समूह के मालिक के घर पर एक छिपी हुई गुफा का भी पता चला है. कारोबारी समूह के ठिकानों से 525 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए जा चुके हैं.
अकूत अघोषित संपत्ति के दस्तावेज बरामद
बिल्डर और डेवलपर का कारोबार करने वाले तीसरे ग्रुप के ठिकानों पर आयकर के छापों में भारी मात्रा में अघोषित संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं. ग्रुप द्वारा कॉमर्शियल बिल्डिंग, फार्म हाउस, टाउनशिप और आवासीय विकास का बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है. इस ग्रुप द्वारा एयरपोर्ट के पास स्थित करोड़ों रुपये की एक बिल्डिंग को महज 1 लाख रुपए में खरीदने की बात सामने आई है. बताया जाता है कि आयकर छापों में मिले दस्तावेजों में कंपनी की यह बिल्डिंग 133 करोड़ रुपए में खरीदी गई है.
व्यापक पैमाने पर गड़बड़झाला
हैरानी की बात यह है की जिस ग्रुप ने 133 करोड़ रुपए की ये कंपनी खरीदी है वह आयकर रिटर्न में अपनी आय मात्र एक लाख रुपए ही दर्शाता रहा है. वहीं, ग्रुप द्वारा 250 करोड़ रुपए की जमीन का कारोबार करने के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. इस ग्रुप द्वारा 19 करोड़ रुपए से ज्यादा का हुंडी का कारोबार करने के दस्तावेज मिले हैं, जबकि 25 करोड़ रुपए का नकद लेन-देन भी किया गया है. आयकर विभाग के अधिकारियों ने सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है. इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है.