KhataBook कंपनी ने पगार खाता ऐप को 13 भाषाओं (13 languages) में लॉन्च किया है. जिसको उपयोग देशभर के छोटो कारोबारी (Small businessman) आसानी से कर सकते है.
छोटे कारोबारियों के लिए अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों का प्रबंधन करना कई बार मुश्किल हो जाता है. क्योंकि इन संस्थाओं में उपस्थिति, अवकाश, सैलरी के अलावा अन्य काम ऑफलाइन ही मैनेज होते है. ऐसे में कई बार भूलवश किसी कर्मचारी को कम पगार मिलती है तो किसी को ज्यादा पगार मिल जाती है. खाता बुक ने इसी परेशानी को समझते हुए छोटे कारोबारियों के लिए पगार खाता ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के जरिए MSMEs मासिक/प्रति घंटा वेतन, उपस्थिति/अवकाश, सैलरी स्लिप, सैलरी कैलकुलेशन, भुगतान आदि जैसे अपनी वर्कफोर्स से जुड़े कामों को डिजिटल रूप से मैनेज कर सकेंगे.
KhataBook कंपनी के अनुसार पगार खाता ऐप भारत के MSME सेगमेंट के लिए उसकी ओर से तीसरा डिजिटल ऑफर है. इसके अलावा दूसरे प्रमुख एप्लीकेशन में डिजिटल बुक कीपिंग के लिए खाता बुक ऐप और डिजिटल सेलिंग का एक ऑनलाइन स्टोर बनाने के लिए माई स्टोर ऐप शामिल है.
पगार खाता ऐप एंड्रॉयड डिवाइस के लिए हुआ लॉन्च- खाता बुक कंपनी के अनुसार पगार खाता ऐप फिलहाल एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च किया गया है. जिसे जल्द ही आईओएस डिवाइस के लिए भी कंपनी जारी करने वाली है. कंपनी ने बताया के देशभर में छोटे कारोबारी पगार खाता ऐप काे 13 भाषाओं में प्रयोग कर सकते हैं. जो कि कर्मचारियों की सैलरी और उपस्थिति को ट्रैक करना आसान करेगी.
पगार खाता ऐप से डिजिटली सैलरी का भुगतान कर सकेंगे- खाता बुक कंपनी के अनुसार पगार खाता ऐप के साथ बिजनेस, स्टाफ रिकॉर्ड को मैनेज और मेन्टेन करने, व्यक्तिगत स्टाफ के पेमेंट साइकिल में तेजी लाने, मतभेद को कम करने, वेतन के कैलकुलेशन में मानवीय गलतियों को खत्म करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा डिजिटली सैलरी का भुगतान करने और स्टाफ मैनेजमेंट से जुड़ी इसी तरह के और भी कई कामों को आसान बनाने से समय की बचत भी होती है. कंपनी के मुताबिक, इस ऐप का उद्देश्य रोजाना के काम को व्यवस्थित करके और प्रोडक्टिव आउटपुट पर एक सकारात्मक असर डालकर भारत में MSME इकोसिस्टम को बेहतर बनाना है.