कोरोना के थोड़े सुधरते माहौल के बीच टेक कंपनियों ने वापस से हायरिंग शुरू करने का फैसला लिया है. एक रिपोर्ट के अनुसार स्टार्टअप सहित आईटी फर्म अक्टूबर में सबसे ज्यादा जॉब देने वालों में शामिल हैं
कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण देश का हर वर्किंग सेक्टर धीमा पड़ गया हैं. कई कंपनियों ने छंटनी करना शुरू कर दिया था जिसके कारण देश के करोड़ों लोग रातों रात सड़क पर आ गए. अब खबर है कि आईटी कंपनियों (IT Companies) में हायरिंग (Hiring) शुरू हो गई है. कोरोना के थोड़े सुधरते माहौल के बीच टेक कंपनियों ने वापस से हायरिंग शुरू करने का फैसला लिया है. स्टाफिंग फर्म एक्सफेनो (Xpheno) की एक रिपोर्ट के अनुसार स्टार्टअप सहित आईटी फर्म अक्टूबर में सबसे ज्यादा जॉब देने वालों में शामिल हैं. हॉट टेक जॉब्स और हॉट स्किल्स Indian Unicorns & Soonicorns की रिपोर्ट भी बताती है कि अक्टूबर में 1 लाख से अधिक नौकरियां थीं जिनमें से अधिकांश टेक के क्षेत्र में थीं.
बड़ी बड़ी कंपनियों में हो रही हायरिंग
उदाहरण के लिए भारत में अगर एक्सेंचर की बात करें तो अक्टूबर की शुरुआत में कंपनी में 3,000 से अधिक जॉब ओपनिंग्स थी जो अब बढ़कर 7,000 से अधिक हो चुकी हैं. आईबीएम में एंट्री लेवल से लेकर विभिन्न पदों के लिए 1,725 पदों पर हायरिंग हो रही है. विप्रो में भी इस समय लगभग 800 पदों पर हायरिंग हो रही है. Xpheno की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनियों द्वारा जिन प्रमुख रोल के लिए हायरिंग की जा रही है, उन पर एक नजर डालते हैं.
फुल स्टैक डेवलपर्स
एक फुल स्टैक डेवलपर को प्रोग्रामिंग की भाषाओं के ज्ञान के साथ साथ React.JS [Redux] और Angular.JS फ्रंट एंड और बैक एंड जैसे Node.JS की जानकारी होनी चाहिए. एक फुल स्टैक डेवलपर एंट्री लेवल पर सालाना 4 6 लाख रुपये के बीच और 12 साल के अनुभव के साथ प्रति वर्ष 40 80 लाख रुपये तक कमा सकता है.
डेटा इंजीनियर्स
Hadoop जैसे डेटा फ्रेमवर्क पर काम करने के लिए डेटा इंजीनियरों को पायथन और आर जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए. एक फ्रेशर सालाना 4-6 लाख रुपये और तीन साल के अनुभव के साथ 14-15 लाख रुपये तक कमा सकता है. 12 साल के अनुभव के साथ एक डेटा इंजीनियर प्रति वर्ष 70 लाख रुपये से अधिक कमा सकता है.
क्लाउड कंप्यूटिंग
क्लाउड कंप्यूटिंग मार्केट कोविड महामारी के दौरान काफी बढ़ा है. विप्रो के सीईओ डेलपॉर्टे का भी कहना है कि क्लाउड और न्यू एज टैक्नोलॉजी आने वाले समय में फर्म के विकास को बढ़ावा देंगे. अमेजन वेब सर्विसेज़, Azure और गूगल क्लाउड जैसे प्लैटफार्म्स पर इस समय बंपर हायरिंग चल रही है. क्लाउड प्रोफेसनल्स प्रति वर्ष 4 लाख रुपये से लेकर 35 लाख रुपये तक कमाई कर सकते हैं.
साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल
कोविड महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम के दौरान साइबर सिक्योरिटी की भी जरूरत बढ़ी है और इसके साथ ही इस क्षेत्र में प्रोफेसनल्स की जरूरत भी बढ़ी है. इसी कड़ी में ट्विटर और पे यू जैसी कंपनियों में भी भर्तियां हुई हैं. सालाना कमाई की बात करें तो एक्सपीरियंस के आधार पर एक साइबर सिक्योरिटी प्रोफेसनल 4 लाख से 4 करोड़ की कमाई कर सकता है.