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कारोबारी गतिविधियों में सुधार के साथ कंपनियां वापस ले रहीं वेतन कटौती, अब इन कंपनियां ने दिया बोनस

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केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन (Lockdown) में ढील के साथ कारोबारी गतिविधियों (Business Activities) में लगातार सुधार हो रहा है. ऐसे में अब कंपनियों ने भी कर्मचारियों के वेतन में की जा रही कटौती (Pay Cut) वापस ले ली (Roll Back) है. वहीं, कुछ कंपनियों ने काटी गई सैलरी को एरियर (Arrear) के तौर पर लौटाना भी शुरू कर दिया है. इसके अलावा कर्मचारियों को बोनस (Bonus) भी बांटा जा रहा है.

कोरोना संकट (Coronavirus Crisis) के बीच अब ज्‍यादातर सेक्‍टर्स से देश की अर्थव्‍यवस्‍था (Indian Economy) के लिए अच्‍छे संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. एक तरफ बाजार में मांग बढ़ रही है तो दूसरी तरफ मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेक्‍टर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, अब कंपनियों ने भी मुश्किल हालात में शुरू की गई कर्मचारियों की सैलरी में कटौती (Pay Cut) को वापस लेना शुरू कर दिया है. यही नहीं, कुछ कंपनियों ने अब तक काटी गई सैलरी एरियर (Arrear) के तौर पर कर्मचारियों के बैंक अकाउंट्स में क्रेडिट भी कर दी है. वहीं, कुछ कंपनियां त्‍योहारी सीजन में कर्मचारियों को बोनस (Bonus) भी दे रही हैं. इसी बीच चार बड़ी कंपनियों ने भी वेतन कटौती वापस (Roll Back) ले ली है.

कमाई दोबारा शुरू होने पर बंद हो रही सैलरी कटौती
कारोबारी गतिविधियों में सुधार के बीच अब डेलॉयट (Deloitte), पीडब्‍ल्‍यूसी (PwC), अर्नस्‍ट एंड यंग इंडिया (EY India) और केपीएमजी (KPMG) ने वेतन कटौती वापस लेनी शुरू कर दी है. यही नहीं, चारों कंपनियों ने कर्मचारियों को बोनस भी देना शुरू कर दिया है.एक कंपनी के बड़े अधिकारी ने बताया कि अब कमाई दोबारा शुरू हो गई है. इसलिए हमने कर्मचारियों की सैलरी कटौती बंद कर के बोनस बांटने का फैसला किया है. पीडब्‍ल्यूसी ने सभी कर्मचारियों की वेतन कटौती वापस ले ली है, जबकि अर्नस्‍ट एंड यंग प्राइवेट लिमिटेड इंडिया ने कर्मचारियों को बोनस दे दिया है

पीडब्‍ल्‍यूसी ने सबसे पहले लागू की थी वेतन कटौती

पीडब्‍ल्‍यूसी कोरोना संकट के बीच सबसे पहले वेतन कटौती का फैसला करने वाली प्रोफेशनल सर्विसेस फर्म थी. इसके अलावा बड़ी प्रोफेशनल सर्विसेस फर्म बीडीओ (BDO) और (Grand Thornton) ने भी वेतन कटौती का फैसला किया था. वहीं, इस सेक्‍टर की छोटी कंपनी ध्रुव एडवायजर्स (Dhruva Advisors) ने भी कर्मचारियों के वेतन में कटौती की थी. कई कंपनियों ने सिर्फ टॉप लेवल मैनेजमेंट (Top Management) से जुड़े अधिकारियों के वेतन में कटौती की थी तो कुछ में निचले स्‍तर पर भी इसे लागू किया गया था. अब ज्‍यादातर कंपनियां धीरे-धीरे वेतन कटौती वापस ले रही हैं.

ऑफिस स्‍पेस खाली कर कंपनियों ने की मोटी बचत
हर घंटे के 20,000 से 75,000 रुपये वसूलने वाली कई कॉरपोरेट फर्म ने अपनी फीस (Per Hour Fees) में कटौती कर दी है. एक बड़ी फर्म में सीनियर पार्टनर ने कहा कि कई क्‍लाइंट्स ने फरवरी 2020 के बकाया भुगतान में देरी की. ऐसे में कंपनियों के सामने वर्किंग कैपिटल (Working Capital) की समस्‍या खड़ी हो गई. इस बीच ज्‍यादातर बड़ी कंपनियों ने रियल एस्‍टेट लागत (Real Estate Cost) में कटौती कर मोटी बचत की. इसके लिए ऑफिस स्‍पेस खाली किए गए. एक मल्‍टीनेशनल फर्म के इंडिया हेड ने कहा कि अभी 6 महीने कर्मचारी ऑफिस नहीं आएंगे. ऐसे में इस फिजूलखर्च से बचा जा सकता है.