रेलवे (railway) के मुताबिक़ फिलहाल दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रूट को 130 किलोमीटर की रफ़्तार वाली ट्रेन (130 km speed train) के लिए तैयार किया जा रहा है. जिसके बाद रेलवे दिल्ली-मुंबई-चेन्नई और कोलकाता को जोड़ने वाली गोल्डन क्वाड्रीलेटरल और गोल्डन डायगोनल रूट (Quadrilateral and golden diagonal routes) पर ऐसी ट्रेनें चलाई जाएंगी.
भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है. रेलवे जल्द ही प्रमुख रूटों पर खास ट्रेनों में एसी कोच वाली ट्रेन चलाएगा. इस फैसले पर रेलवे की दलील है कि, ट्रेनों को 130 किलोमीटर की स्पीड से चलाने के लिए ऐसा करना ज़रूरी है. रेलवे कोच फैक्ट्री में जल्द ही ऐसी ट्रेन के कोच तैयार हो जाएगें. जो कि प्रोटोटाइप होगा, इसपर यात्रियों की प्रतिक्रिया और सुझाव के बाद इस योजना को बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा.
दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रूट पर दौड़ेगी पहले एसी ट्रेन
रेलवे के मुताबिक़ फिलहाल दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रूट को 130 किलोमीटर की रफ़्तार वाली ट्रेन के लिए तैयारकिया जा रहा है. जिसके बाद रेलवे दिल्ली-मुंबई-चेन्नई और कोलकाता को जोड़ने वाली गोल्डन क्वाड्रीलेटरल और गोल्डन डायगोनल पर ऐसी ट्रेनें चलाई जाएंगी. इस पूरे मामले पर रेलवे की दलील है कि स्लीपर क्लास और जनरल क्लास में तेज़ ट्रेनों में मुसाफिरों को परेशानी हो सकती है. और यात्रियों की परेशानी की वजह से ट्रेनों की रफ्तार नहीं बढ़ाई जा सकती.
जल्द तैयार होगी एसी कोच की रेक
रेलवे का कहना है कि एसी कोच वाली 25 डिब्बों की रेक जल्द ही तैयार हो जाएगी, और आने वाले समय में इसे और बढ़ाया जाएगा. ये रेक कपूरथला कोच फैक्ट्री में बनाई जा रही हैं. सूत्रों के मुताबिक़ रेलवे के नए टाइम टेबल में एसी ट्रेनों को शामिल किया जाएगा और रेक तैयार होने के साथ ही उन ट्रेनों को शुरू भी किया जाएगा. यानि आने वाले समय में ख़ास रूट पर जो भी नई ट्रेन शुरू होगी उनमें स्लीपर क्लास या जनरल क्साल का डिब्बा नहीं होगा.
गरीब रथ की तरह होंगे कोच
दूसरी तरफ रेलवे नए एसी-3 क्लास कोच भी तैयार कर रहा है. जो स्लीपर क्लास और एसी क्लास के किराये के अंतर को कम करेंगे. इन एसी कोच में ज़्यादा बर्थ लगाए जाएंगें. जिससे रेलवे यात्रियों को स्लीपर कोच से थोड़ी सी ज्यादा कीमत पर एसी कोच का आनंद दे सके. आपको बता दे यें कोच ग़रीब रथ ट्रेन के कोच की तरह होंगे. रेलवे का कहना है कि ग़रीबों को भी कम पैसे में एसी में सफर का आनंद मिल सके उसके लिए यह शुरुआत की जा रही है. रेलवे का कहना है कि उसकी सामान्य ट्रेनें भी चलती रहेंगी, लेकिन उसकी रफ़्तार कम होगी. यानि अगर मुसाफिरों को 130 किलोमीटर की रफ़्तार वाली सुपरफास्ट ट्रेनों में सफर करना है. तो उन्हें उनके पास एसी क्लास का ही विकल्प होगा.