India China issue: पूर्वी लद्दाख में करीब पांच महीने से चले आ रहे सैन्य गतिरोध को लेकर सरकार सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि संप्रग सरकार के दौरान, ‘चीन ने हमारे क्षेत्र में कदम रखने की हिम्मत नहीं की थी.’
बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त (Virendra Singh Mast) ने भारत-चीन मसले (Indai China Issue) से निपटने के केंद्र सरकार के तौर तरीकों की आलोचना किए जाने पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आड़े हाथ लेने के साथ ही कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत-चीन मुद्दे पर राहुल को समझाना किसी के बस की बात नहीं है. पूर्वी लद्दाख में करीब पांच महीने से चले आ रहे सैन्य गतिरोध को लेकर सरकार सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि संप्रग सरकार के दौरान, ‘चीन ने हमारे क्षेत्र में कदम रखने की हिम्मत नहीं की थी.’
राहुल गांधी ने कहा था कि अगर संप्रग सरकार सत्ता में होती तो वह भारतीय भूमि से चीन को 15 मिनट में निकाल बाहर करती.
उनके इसी बयान का जिक्र करते हुए रविवार को वीरेंद्र सिंह मस्त ने पत्रकारों से कहा कि राहुल को इस मामले का विस्तार से अध्ययन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि देश में करीब सात दशकों तक राहुल के खानदान या उनके कारिंदों की ही सरकारें थीं. मस्त ने कहा कि राहुल का पढ़ाई से कोई लेना देना नहीं रहा. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब राहुल के लिए कौन सा विद्यालय खोला जाए.
मस्त ने कहा कि राहुल को समझा पाना किसी विद्यालय या सामाजिक कार्यकर्ता के लिए संभव नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल जो भी बोलते हैं, वह खुद ही समझते हैं.