यह खबर खेती-किसानी के लिए लोन लेने वाले किसानों के लिए है. ऐसे लोग 31 अगस्त को याद रखें, वरना लगभग डबल ब्याज देना होगा. इससे पहले आपको मूलधन और उस पर 4 फीसदी ब्याज लौटाने का इंतजाम करना होगा. भले ही दो दिन बाद फिर से आप पैसा निकाल लेना, लेकिन तब आपको मार्च 2021 तक के लिए मोहलत मिल जाएगी. जी, हां! जितने किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर लोन लिया है उन्हें अगले 10 दिन में बैंक को पैसा वापस करना है. ऐसा नहीं करने पर 4 की जगह 7 फीसदी ब्याज देना पड़ेगा. लगभग दोगुना.
लॉकडाउन में दी गई मोहलत
आमतौर पर केसीसी पर लिए गए लोन को 31 मार्च तक वापस करना होता है. लेकिन मोदी सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए इसे 31 मार्च से बढ़ाकर पहले 31 मई किया था. बाद में इसे और बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दिया गया. अब ब्याज में छूट की मियाद को और आगे बढ़ने की संभावना कम ही है क्योंकि लॉकडाउन खत्म हो गया है. कृषि गतिविधियां भी पटरी पर आ गई हैं. इसलिए समय पर पैसा जमा करवाएं. समय पर पैसा देने पर महज 4 प्रतिशत प्रति वर्ष के पुराने ब्याज रेट पर भुगतान होगा. बाद में यह तीन फीसदी महंगा पड़ेगा.
केसीसी पर कैसे कम लगता है ब्याज?
खेती-किसानी के लिए केसीसी पर लिए गए 3 लाख रुपये तक के लोन की ब्याजदर वैसे तो 9 फीसदी है. लेकिन सरकार इसमें 2 परसेंट की सब्सिडी देती है. इस तरह यह 7 फीसदी पड़ता है. लेकिन समय पर लौटा देने पर 3 फीसदी और छूट मिल जाती है. इस तरह इसकी दर जागरूक किसानों के लिए मात्र 4 फीसदी रह जाती है.
ऐसे बनवाएं किसान क्रेडिट कार्ड
>>सबसे पहले पीएम किसान योजना की ऑफिशियल साइट (pmkisan.gov.in) पर जाएं. यहां किसान क्रेडिट कार्ड का फॉर्म डाउनलोड करें.
>>इस फॉर्म को आपको अपनी कृषि योग्य जमीन के दस्तावेज, फसल की डिटेल के साथ भरना होगा.
>>यह जानकारी देनी होगी कि आपने किसी अन्य बैंक या शाखा से कोई और किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया है. इसे भरकर बैंक में जमा करें.
किन कागजातों की जरूरत
>>आईडी प्रूफ जैसे-वोटर कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस. इन्हीं में से कोई एक आपका अड्रेस प्रूफ भी बन जाएगा.
कहां से मिलेगा
>>किसान क्रेडिट कार्ड किसी भी को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से हासिल किया जा सकता है. निजी बैंक भी यह कार्ड बनाते हैं.