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लॉकडाउन में नहीं जा पा रहे जिम, घर में इन 5 तरीकों से बढ़ाएं अपना स्टेमिना

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कोरोना महामारी के कारण देश में जारी लॉकडाउन ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है. इसके कारण लोगों की सक्रिय जीवनशैली में स्टेमिना में कमी देखने को मिल रही है. यहां स्टेमिना का मतलब व्यक्ति द्वारा किसी कार्य को निश्चित तीव्रता के साथ लंबे समय तक करने की क्षमता से है. यह स्टेमिना शारीरिक हो या मानसिक. हर उम्र में दोनों तरह से लोगों का स्वस्थ रहना जरूरी है. myUpchar से जुड़ीं डॉ. मेधावी अग्रवाल का कहना है कि स्टेमिना को शारीरिक कार्य जैसे खेल या व्यायाम के लिए प्रयोग में लाए जाने वाली क्षमता के लिए उपयोग किया जाता है. इतना ही नहीं दिमागी स्तर पर किसी काम को करने के लिए उपयोग क्षमता को भी स्टेमिना कहते हैं.

जीवन को स्वस्थ तरीके से जीने के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह से अपने स्टेमिना को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करना चाहिए. स्टेमिना अच्छा होने से किसी भी काम को बेहतर तरीके से जल्द पूरा कर सकते हैं. अब लॉकडाउन के कारण तीन-चार महीनों से घर में बैठे-बैठे गतिविधियों का स्तर कम हुआ है, लेकिन अनलॉक के बाद पहले की तरह गतिविधियों के स्तर पर आने के लिए ज्यादा समय लग सकता है. यहां लोगों को अपने स्टेमिना को बढ़ाने की बहुत जरूरत है. अच्छी बात यह है कि कुछ टिप्स अपनाकर आप स्वस्थ रह सकते हैं और प्राकृतिक रूप से अपना स्टेमिना बढ़ा सकते हैं. इसके बारे में आपको हम बता रहे हैं…

1. संतुलित और पौष्टिक भोजन
अब एक बार फिर स्वस्थ भोजन की ओर लौटना जरूरी है. स्वस्थ और संयमित भोजन कभी भी गलत फैसला नहीं हो सकता है. संतुलित, पौष्टिक भोजन उन तरीकों में से एक है, जिससे फिर से शेप (आकार) में आ सकते हैं. ध्यान रहे कि पोषक तत्वों की कमी नहीं होनी चाहिए. यह भी सुनिश्चित करें कि मौसमी फल और सब्जियां खाएं. प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें.
2. ऊर्जा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ

ऊर्जा बढ़ाने वाले पेय की बजाए, ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो कि ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं. आहार में प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर को भी शामिल कर सकते हैं. पारंपरिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जैसे अश्वगंधा लाभकारी हैं और व्यक्ति को अच्छे से रिचार्ज करते हैं.

3. भोजन के बीच अंतराल
यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति अपने भोजन के बीच उचित समय का अंतर बनाए रखें. क्या खाते हैं और उनके खाने का समय बॉडी क्लॉक के साथ मेल खानी चाहिए. भोजन का अंतराल एक जैसा रखें, ताकि ऊर्जा का स्तर संतुलित रहे. यदि विशेष डाइट प्लान कर रहे तो सुनिश्चित करें कि इसे जल्दबाजी में बंद न करें. या तो इसे जारी रख सकते हैं या फिर अपने पुराने रूटीन में वापस लौटने के लिए छोटे कदम उठाएं.

4. व्यायाम, योग और ध्यान
योग और ध्यान ऐसे माध्यम हैं, जिनके जरिए चक्रों को संरेखित करने में मदद मिलती है, मन को शांत करते हैं और आराम पहुंचाते हैं. योग और ध्यान तनाव को कम कर सकते हैं, मानसिक रूप से स्पष्टता बढ़ा सकते हैं और स्टेमिना बढ़ा सकते हैं. यही नहीं शारीरिक स्टेमिना बढ़ाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, जो कि ऊर्जा के स्तर में बढ़ोतरी करता है.

5. पर्याप्त नींद और आराम
स्टेमिना बढ़ाने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना जरूरी है, लेकिन ज्यादा नींद भी दिक्कत देने वाली होती है. लेट सोना, लंबे घंटों की नींद लेना या असमय झपकियां लेना घर से काम करने वालों के लिए ठीक नहीं है. अपने पुराने रूटीन में लौटने का समय है. नींद के चक्र को बनाए रखने से व्यक्ति लंबे समय में स्वस्थ रहता है. myUpchar से जुड़े एम्स के डॉ. केएम नाधिर का कहना है कि नींद की कमी से दिन में अत्यधिक नींद, भावनात्मक कठिनाइयां, मोटापा और जीवन की गुणवत्ता में कमी आ सकती है.

अस्वीकरण : इस लेख में दी गयी जानकारी कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों और उनके संभावित उपचार के संबंध में शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी योग्य और लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा, जांच, निदान और इलाज का विकल्प नहीं है। यदि आप, आपका बच्चा या कोई करीबी ऐसी किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहा है, जिसके बारे में यहां बताया गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यहां पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के ना करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको होने वाले किसी भी तरह से संभावित नुकसान के लिए TARUNPATH जिम्मेदार नही होगा।