भारत लगभग 371 कैटगरी के सामान चीन जैसे देशों से आयात की जाती हैं. इन सामानों की लिस्ट में खिलौने, स्टील बार, स्टील ट्यूब, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलिकॉम आइटम, हैवी मशीनरी, पेपर, रबर आर्टिकल्स और ग्लास जैसी चीजें शामिल हैं. अगले मार्च से भारत इन सामानों पर इंडियन स्टैण्डर्ड मार्क (Mandatory Indian Standard Mark) यानी की IS मार्क को जरूरी कर देगा.
इससे बेकार क्वालिटी की वस्तुओं के आयात पर अंकुश लगेगा. वाणिज्य मंत्रालय ने पिछले साल इन वस्तुओं की पहचान की थी. TOI को मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि आत्मानबीर भारत पहल के तहत आयात को कम करने और निर्यात बढ़ाने के लिए कई प्रक्रियाओं में तेजी लाई जा रही है.
एक सवाल के जवाब में, बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ने चीनी उत्पादों सहित 371 आयातित टैरिफ लाइनों की पहचान की है. हम इन सामानों को भारत में लाने के लिए कुछ अनिवार्य रूल्स तैयार कर रहे हैं.
उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने दो बीआईएस वेबसाइटों को लॉन्च करने के बाद, तिवारी ने कहा कि संबंधित मंत्रालय वाणिज्य मंत्रालय द्वारा दी गई सूची से महत्वपूर्ण वस्तुओं की पहचान कर रहे हैं और वे अनिवार्य मानक बनाने के लिए बीआईएस से भी संपर्क कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कुछ वस्तुओं के लिए ऐसे मानकों की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ये कम मात्रा में आयात किए जाते हैं.