Home देश कंप्यूटर से कम नहीं है हमारा दिमाग, क्या आप जानते हैं कैसे...

कंप्यूटर से कम नहीं है हमारा दिमाग, क्या आप जानते हैं कैसे करता है ये काम

6
0

हमारा दिमाग एक कॉम्प्लेक्स सिस्टम है जो हमारे पूरे शरीर को कंट्रोल करता है. इसे हम एक पावरफुल कंप्यूटर की तरह देख सकते हैं, जो जानकारी को प्रोसेस करता है, सोचता है, महसूस करता है और शरीर को मैसेज भेजता है. यह हमारी इंद्रियों (Senses) से जानकारी हासिल करता है, जैसे कि देखना, सुनना, छूना, सूंघना और चखना. क्या आपको पता है कि हमारे दिमाग में कई भाग होते हैं, और हर हिस्से के अलग-अलग काम होते हैं. दिमाग के बारे में और भी कई सारी बातें जानने के लिए NDTV ने बात कि डॉ अजय चौधरी (Ajay Chaudhary) से, चलिए जानते हैं, उन्होंने दिमाग के बारे में क्या जानकारी दी.

एक साथ कई काम करता है दिमाग-
डॉक्टर अजय चौधरी ने कहा कि हमारे दिमाग का जो स्ट्रक्चर है वो इतना कॉम्प्लेक्स है कि जब आप किसी से बात कर रहे होते हैं, उस समय भी कई दूसरे टास्क आपके दिमाग में चल रहे होते हैं. कुछ सबकॉन्शस लेवल पर कुछ सेमी कॉन्शस लेवल पर. कहने का मतलब है कि हमारा ब्रेन मल्टीटास्किंग है. उन्होंने बताया कि ह्यूमन ब्रेन सबसे स्पेसिफिक और एडवांस ब्रेन होता है. बिलियन न्यूरॉन्स मिलकर यह ब्रेन बनता है और हर चीज के लिए इसमें एक प्रिसाइज और स्पेसिफिक एरिया होता है. जैसे स्पीच के लिए लेफ्ट साइड में फ्रंटल लोब होता है और उसके इंफीरियर पार्ट में स्पीच का एरिया होता है. एक और उदाहरण दूं तो जैसे हियरिंग का एरिया टैंपोरल लोब में होता है. ब्रेन में पांच अलग-अलग लोब होते हैं, और सभी छोटे-छोटे एरिया में डिस्ट्रीब्यूट होते है.

शरीर के दाएं और बाएं भाग को दिमाग का कौन सा हिस्सा करता है कंट्रोल-
डॉ अजय ने बताया कि शरीर के बाएं तरफ के मूवमेंट (हाथ और पैर) को दिमाग के दाहिने हिस्से से कंट्रोल किया जाता है, और शरीर के दाएं तरफ के मूवमेंट को बाएं हिस्से से कंट्रोल किया जाता है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर माना जाता है कि दिमाग का बायां हिस्सा मुख्य तौर पर एनालिटिकल पावर और तर्क के लिए जिम्मेदार होता है, उसी तरह दिमाग के दाएं हिस्से को क्रिएटिविटी और इमोशंस से जोड़कर देखा जाता है.

अच्छी नींद के लिए भी दिमाग होता है जिम्मेदार
डॉ अजय ने कहा कि बायोलॉजी ने ब्रेन को जो स्ट्रक्चर दिया है वो बहुत ही यूनिक है. नींद भी हमारे दिमाग का एक बहुत एक्टिव वर्क है क्योंकि ब्रेन अगर सही ढंग से स्लीप फेज में नहीं जाता है, यानी स्लीप को इंड्यूस नहीं कर पाता है तो लोग ठीक ढंग से सो नहीं पाते हैं. उनकी नींद बार-बार खुलती रहती है.