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कोरोना के बेहतर चिकित्सा के लिए एम्स रायपुर हुआ विख्यात

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रायपुर। देश में छाए कोरोना संक्रमण की काली छाया के बीच राजधानी रायपुर का एम्स हॉस्पिटल उम्मीद की रौशनी बनी हुई है। यहां अब तक जितने भी कोरोना पीडि़त मरीज पहुंचे हैं, सभी को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। यही वजह है कि कोरोना संक्रमण की शुरूआत के बाद यहां जितने भी मरीज उपचार के लिए पहुंचे वे बेहतर चिकित्सा के चलते आज स्वस्थ्य होकर अपने-अपने घरों में हैं।
अपने स्थापना के बाद से ही एम्स रायपुर शानदार चिकित्सा के लिए प्रख्यात रहा है। इस बात की प्रमाणिता वर्तमान में कोरोना संक्रमण के दौर में भी देखने को मिल रहा है। राजधानी रायपुर में लंदन से लौटी युवती में जैसे ही कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखा उसे तत्काल एम्स में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सकों के अथक मेहनत और बेहतर चिकित्सा सुविधा के चलते यह युवती जल्द ही स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट गई। इसके बाद कोरोना संक्रमण के जितने भी मरीज यहां पहुंचे वे बेहतर चिकत्सा के बाद स्वस्थ्य होकर अपने-अपने घर लौट गए। कटघोरा के जिस 16 वर्षीय नवयुवक को यहां भर्ती कराया गया था, वो भी स्वस्थ्य होकर लौट चुका है। यह अलग बात है कि इस युवक के संपर्क में आने वाले अन्य लोग अब एम्स में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। लेकिन इन लोगों को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है। यही वजह है कि इन मरीजों के स्वास्थ्य में भी तेजी से सुधार आ रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में वैसे भी कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या प्रारंभ में काफी कम रही। यहां केवल 10 मरीज संक्रमणग्रस्त होकर उपचार के लिए पहुंचे थे और सभी स्वस्थ्य होकर अपने-अपने घर चले गए। इसके बाद कटघोरा में जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी, यही वजह है कि आज एम्स में कोरोना पीडि़त मरीजों का उपचार जारी है। एम्स में जिस तेजी से संक्रमित लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आया है, वो काबिले तारीफ है। इस बात की चर्चा न केवल देश में हो रही है, बल्कि विदेशों में भी रायपुर एम्स की ख्याति पहुंच चुकी है। देश के अन्य राज्यों के चिकित्सक भी लगातार एम्स के चिकित्सकों के संपर्क में बने हुए हैं। यहां कोरोना के उपचार में बरती जा रही सावधानियों के साथ ही चिकित्सकीय उपायों पर भी लगातार अन्य राज्यों के चिकित्सक सलाह-मशविरा और मार्गदर्शन ले रहे हैं। कुल मिलाकर यह गर्व की बात है कि देश के अन्य राज्यों के अपेक्षा छत्तीसगढ़ में कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या कम है बल्कि एम्स में मिल रही चिकित्सकीय सुविधा भी देश में अब अव्वल नंबर पर आ गया है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए कड़े प्रतिबंध, लॉकडाउन का सख्ती से पालन, सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन कराया जाना और चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ की दिन-रात की मेहनत निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ को शीघ्र ही कोरोना मुक्त राज्य में सबसे आगे रखेगी। इसके अलावा रायपुर एम्स और यहां के पूरे स्टॉफ भी प्रशंसा के पात्र हैं जो इस अग्रिपरीक्षा की घड़ी में भी अपना सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।