कोरोना पॉजेटिव के मुहल्ले में संभावित लक्षण होने पर 5-5 लोगों का लेंगे सेम्पल
रायपुर। रायपुर शहर के आमापारा स्वीपर कॉलोनी, मठपुरैना और चंगोराभाठा वार्ड में स्वास्थ्य विभाग कैम्प लगाकर लोगों की पीलिया के लिए जांच कर रहा है। स्वास्थ्य जांच में अब तक 25 व्यक्ति पीलिया से ग्रसित पाए गए हैं7 सभी का इलाज राजधानी के जिला अस्पाताल में जारी है।
कोरोना वायरस और पीलिया बीमारी के संक्रमण के रोकथाम के लिए एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत चिंहाकित इलाकों का सर्वे व सेम्पल लिया जा रहा है। रायपुर सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल ने बताया अब तक पीलिया की शिकायत मिलने पर नगर निगम के साथ् मिलकर संबंधित इलाकों की जांच पड़ताल और पानी की सप्लाई को लेकर जरुरी इंतजाम शुरु कर दिया गया है। नगर निगम के द्वारा पानी के सप्लाई किए जाने वाले पम्पों की मरम्मत व पुराने पाइप को बदलकर नए पाइप लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ बघेल ने बताया गर्मी का मौसम शुरु होते ही इस तरह की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क होकर जरुरी कदम उठा रही है। अब तक मिले जांच रिपोर्ट में पीलिया बीमारी फैलाने वाले हेपेटाइटीस – ए और ई की पुष्टि हुई है। राजधानी के जिला अस्पताल स्थित हमर लैब में सेम्पल की जांच रिपोर्ट से पीलिया से ग्रसित होने की जानकारी प्राप्त हुई है।
आईडीएसपी के नोडल डॉ एसके सिंहा ने बताया, पीलिया से होने वाले लक्षण जैसे उल्टी, दस्त की समस्या आने की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग पूरी मुस्तैदी से संक्रामक रोगों के रोकथाम के लिए कार्य कर रही है। पीलिया ग्रसित इलाकों में लोगों को पानी उबालकर और क्लोरिन युक्त पानी पीने की सलाह दी जा रही है। सेम्पल व सर्वे के लिए एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम की टीम द्वारा गंदा पानी का सैंपल लैबोरेटरी में भेजा जा रहा है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की मौजूदगी में पीलिया पीडि़त परिवारों के घर के पास ब्लीचिंग पावडर और सफाई की गई।
कोरोना पॉजेटिव वाले मुहल्लेसेलेंगे 5-5 लोगों के सेम्पल-
सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल ने बताया राजधानी में जितने भी कोरोना पॉजेटिव केस मिले थे सभी का इलाज करने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीलियाके रोकथाम के लिए अब तक 650 से ज्यादा लोगों का सेम्पल लेकर जांच करवाई है जिसमें सभी का रिपोट कोरोना निगेटिव आया है। उन्होंने कहा वायरस का खतरा अब भी टला नहीं है। इस लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड़ पर है। एक मार्च से विदेश की यात्रा कर लौटने वालों की जांच करा ली गई है। अब इनके आस-पास के 5-5 पड़ोसियों का जांच के लिए सेम्पल लिए जाएंगे जिनमें सर्दी, खांसी, बुखार, छिंक व गले में खराश जैसी समस्या पाए जाने पर सेम्पल लिया जाएगा। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम की टीम के द्वारा लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम को कड़ाई से पालन किया जा रहा है। इसके अलावा परिवार के बुजुर्ग व्यक्तियों में खासकर हृदय रोग व मधुमेह के पीडि़तों को संक्रमण की संभावना होती है। ऐसे लोगों के लिए एम्बुलेंस संजीवनी 108 की मदद से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक से जांच कराने की सुविधा प्रदान की जा रही है।
पीलिया के खिलाफ कुछ निवारक उपाय:
शराब के सेवन से बचें.
हेपेटाइटिस के लिए टीके लगवाएं.
संभावित रूप से दूषित पानी / भोजन से बचें और अच्छी स्वच्छता रखें.
पीलिया के लक्षणों का सामना करने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।