छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हिन्दू युवा मंच की महिला इकाई (आदिशक्ति) द्वारा भव्य बाइक रैली निकाली गई। शहर की महिलाएं बगवा झंडा लेकर खुद बाइक चलाती हुई निकली। ढोल नगाड़ों और डीजे की धुन में ये बाइक रैली शहर के प्रमुख चौक चौराहों से निकली। महिलाओं द्वारा बाइक रैली हर साल निकाली जाती है। इस बार भी हिन्दू नव वर्ष पर ये बाइक रैली निकाली गई। हिंदू संगठन प्रमुख गोविन्द राज नायडू के ने बताया कि महिला द्वारा निकाली गई आदिशक्ति रैली में बड़ी संख्या में शहर की महिलाओं ने भाग लिया। सभी महिलओं ने लाल पगड़ी और हाथों में बजरंग बली का झंड़ा लिया हुआ था। इसके बाद महिलाओं की ये रेली रैली शहीद चौक दुर्ग से शुरू हुई। योजना समिति सदस्य अरुण सिंह ने आदिशक्ति कार्यकर्ताओं की आरती की और रैली को शुरू कराया। इसके बाद ढोल, नगाड़ो, डीजे की थाप पर रैली नगर भ्रमण करते हुए मां चंडी मन्दिर पहुंची। यहां मातारानी की महाआरती के साथ रैली समाप्त हुई। इस रैली में पायल सोनी, भाविका देवांगन, रश्मि यादव, योगिता दीदी, अनन्या गुप्ता सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
हुआ सामूहिक हुमान चालीसा का पाठ दूसरी ओर हिन्दू युवा मंच की खैरागढ़, बोरी और भिलाई इकाई ने भी बाइक रैली निकाली। रोशन सिंह राजपूत ने बताया कि बाइक रैली के बाद उनके द्वारा सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ वा महाआरती का आयोजन किया गया। इस मौके पर युवाओं ने यह संकल्प लिया गया की हम धर्म रक्षा वा अधर्म के विनाश हेतु सदैव तत्पर रहेंगे।
शहर में दिखी महिला सशक्तिकरण की ताकत
अरुण सिंह ने बताया कि रैली का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण है। सशक्तिकरण अर्थात महिला की शक्ति से होता है आज के समय में देश यही चाहता है। देश की महिला स्वयं अपनी रक्षा कर सके। गोविद राज नायडू ने कहा कि प्राचीन भारत मे नारियों का बहुत सम्मान किया जाता था और वैदिक युग में नारियों की पूजा की जाती थी प्राचीन भारत में नारी की शिक्षा का बहुत ही प्रचार था इसका अनुमान हम इस बात से लगा सकते हैं कि वेद की रचनाओं का बढिय़ा ज्ञान नारियों को ही था। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें सामाजिक और पारिवारिक सीमाओं को छोड़ उन्हें अपने मन, विचार, अधिकार, निर्णय आदि के सभी पहलुओं में स्वतंत्र बनाने की आवश्यकता है। इसी तारतम्य में उनके द्वारा ये एक छोटी सी पहल की गई है, जो कि रैली के रूप में आयोजित की गई।