उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के 387 मेडिकल कॉलेज की अपेक्षा अब 665 मेडिकल कॉलेज बन गए हैं। इससे एमबीबीएस की सीट 95 प्रतिशत और पीजी की सीट 110 प्रतिशत तक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद देश में अब अन्य देशों से भी रोगी पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांवों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की संख्या 1.5 लाख तक पहुंच गई है। इन्हें टेली कंसलटेशन के माध्यम से विशेषज्ञों के साथ जोड़ा जा रहा है।