Home छतीसगढ़ कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र सरकार पर हमला

कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र सरकार पर हमला

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नवा रायपुर में चल रहे कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन अपने अभिभाषण में AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वह कविता पढ़ी जिसे सदन की कार्यवाही से डिलीट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसी कविता को असंवैधानिक बताते हुए उनकी सैलरी भी काट ली गई।

सबसे पहले पढ़िए क्या थी वह कविता..
नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं
जमीं पर चांद सितारों की बात करते हैं
वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले
भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं
बड़ी हसीन है उनके जबान की जादू
लगाकर आग बहारों की बात करते हैं

उन्होंने पूछा कि बताइए क्या गलत है, इस कविता में, फिर कहा कि ठीक है अगर आप संसद में नहीं पढ़ने देंगे तो हम लोगों के बीच जाकर पढ़ेंगे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी का नाम लिए बगैर उनकी दोस्ती पर कई तंज कसे। संबोधन के शुरुआती करीब 4 मिनट तक राहुल की तारीफ की और उन्हें भारत के भविष्य की उम्मीद बताया।

राहुल गांधी को धन्यवाद
उन्होंने कहा राहुल गांधी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि वे करोड़ों लोगों की उम्मीद हैं। उन्होंने देशवासियों की टूटती उम्मीदों के बीच रोशनी और संघर्ष की नयी मशाल जलाई है। भारत जोड़ो यात्रा, देश में फैले अंधकार के बीच उम्मीदों के सूरज का नाम है। राहुल जी ने असंभव को संभव कर दिखाया। ना आंधी की परवाह की ना बरसात, ना बवंडर की चिंता की। भारत जोड़ो में करोड़ों लोग आपके साथ चले। मैं आशा करता हूं कि भविष्य में भी राहुल इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें।

नवा रायपुर में चल रहे कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन अपने अभिभाषण में AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वह कविता पढ़ी जिसे सदन की कार्यवाही से डिलीट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसी कविता को असंवैधानिक बताते हुए उनकी सैलरी भी काट ली गई।

सबसे पहले पढ़िए क्या थी वह कविता..
नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं
जमीं पर चांद सितारों की बात करते हैं
वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले
भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं
बड़ी हसीन है उनके जबान की जादू
लगाकर आग बहारों की बात करते हैं

उन्होंने पूछा कि बताइए क्या गलत है, इस कविता में, फिर कहा कि ठीक है अगर आप संसद में नहीं पढ़ने देंगे तो हम लोगों के बीच जाकर पढ़ेंगे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी का नाम लिए बगैर उनकी दोस्ती पर कई तंज कसे। संबोधन के शुरुआती करीब 4 मिनट तक राहुल की तारीफ की और उन्हें भारत के भविष्य की उम्मीद बताया।

राहुल गांधी को धन्यवाद
उन्होंने कहा राहुल गांधी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि वे करोड़ों लोगों की उम्मीद हैं। उन्होंने देशवासियों की टूटती उम्मीदों के बीच रोशनी और संघर्ष की नयी मशाल जलाई है। भारत जोड़ो यात्रा, देश में फैले अंधकार के बीच उम्मीदों के सूरज का नाम है। राहुल जी ने असंभव को संभव कर दिखाया। ना आंधी की परवाह की ना बरसात, ना बवंडर की चिंता की। भारत जोड़ो में करोड़ों लोग आपके साथ चले। मैं आशा करता हूं कि भविष्य में भी राहुल इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें।