रायपुर के बूढ़ातालाब पर सोमवार को छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला पर्यवेक्षकों ने एक दिवसीय धरना दिया। उन्होंने मांगें नहीं माने जाने पर जिला प्रशासन को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने वेतन विसंगति को दूर कर ग्रेड पे को बढ़ाकर 2400 से 2800 करने की मांग की है।। हालांकि उनका यह भी दावा है कि वे 4200 ग्रेड पे की पात्रता रखती हैं।
इस प्रदर्शन में 8 माह की गर्भवती महिला पर्यवेक्षक भी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुई। वो बिलासपुर से आई हुई थी। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि ये उनके आत्मसम्मान की लड़ाई है। उनके समकक्ष सरकारी कर्मचारियों जैसे उच्च श्रेणी शिक्षक, आबकारी इंस्पेक्टर, फूड इंस्पेक्टर का ग्रेड पे 2800 प्लस हो चुका है, लेकिन उनके साथ अन्याय हो रहा है। सरकार को इस मामले में पूरी संवेदनशीलता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सरकार के प्रत्येक विभाग के साथ को-ऑर्डिनेट करके काम करती हैं। एक पर्यवेक्षक 8 से 10 पंचायतों को संभालता है। काम का अत्यधिक बोझ रहता है।