राजनांदगांव जिले के मोहला ब्लॉक के पानाबरस से मां बम्लेश्वरी संत पदयात्रा की शुरुआत 18 फरवरी को की गई। इसमें 20 साधु शामिल हुए। यह पदयात्रा 700 किलोमीटर तक चलेगी और 19 मार्च को रायपुर में खत्म होगी। इस पदयात्रा की शुरुआत प्रदेश के 4 अलग-अलग जगहों राजनांदगांव के पानाबरस, दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर, जांजगीर-चांपा के चंद्रहासिनी मंदिर और महामाया मंदिर से की गई है।
धर्म जागरण यात्रा यानि मां बम्लेश्वरी संत पदयात्रा की शुरुआत शनिवार को मोहला ब्लॉक के पानाबरस से हुई इस यात्रा में 20 साधु शामिल हुए। इस यात्रा के साथ एक रथ भी है, जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी धर्म गुरुओं की फोटो लगी हुई है। रथ पर मां बम्लेश्वरी का चित्र भी लगा हुआ है, जिसकी पूजा-अर्चना के बाद रथ को रवाना किया गया।
यात्रा प्रभारी और नेता विश्व हिंदू परिषद अवधेश दुबे ने बताया कि पदयात्रा रविवार को मोहला से अगले पड़ाव की ओर बढ़ेगी। प्रदेश के अलग-अलग शहरों से होते हुए यह यात्रा रायपुर में 19 मार्च को समाप्त होगी। सनातन धर्म से लोगों को जोड़ने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए यह यात्रा प्रदेश के 4 अलग-अलग स्थानों से निकाली गई है।
चारों जगहों से निकली यात्राएं मिलाकर 2800 किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी। पानाबरस राजनांदगांव से निकाली गई यह यात्रा अंबागढ़ चौकी, छुरिया, चिचोला, कवर्धा होते हुए राजनांदगांव और दुर्ग होकर रायपुर पहुंचेगी।