गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के रहने वाले प्रशांत बनर्जी को ब्राजील सरकार ने सम्मानित किया है, जिससे पूरे प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। उन्हें ”ऑर्डर ऑफ डे रियो ब्रांको” सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान भारत सरकार के पद्मश्री के बराबर माना जाता है।
भारत-ब्राजील ऊर्जा समझौते के तहत आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना में आयातित ईंधन की खपत को कम करने के उद्देश्य से वैश्विक जलवायु नियंत्रण, क्षेत्रीय वायु प्रदूषण रोकने और किसानों की आय दोगुनी करने की प्राथमिकता को लेकर किए जा रहे प्रयासों में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है।
प्रशांत बनर्जी पेंड्रा के प्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सक और समाजसेवी रहे डॉ प्रणव कुमार बनर्जी के बेटे हैं। उन्होंने गन्ने से उत्पादित एथनॉल को पेट्रोल गाड़ियों में 20% तक मिलाकर देश सेवा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों खासकर ब्राजील के साथ अद्वितीय कार्य करने के लिए ”ऑर्डर ऑफ डे रियो ब्रांको” सम्मान से नवाजा गया है।