बालोद जिले में मंगलवार को 6 पुलिस जवानों को ‘पुलिस कॉप ऑफ द मंथ’ सम्मान से नवाजा गया है। इनमें सहायक उपनिरीक्षक अजीत महोबिया, आरक्षक विकास साहू, आरक्षक दिनेश साहू, प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, आरक्षक विपिन गुप्ता और आरक्षक राहुल मनहरे शामिल हैं।
जिले में पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए इन दिनों ‘पुलिस कॉप ऑफ द मंथ’ अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत इन पुलिस जवानों को सम्मानित किया गया है।सहायक उपनिरीक्षक अजीत महोबिया, आरक्षक विकास साहू और आरक्षक दिनेश साहू ने थाना सूरेगांव में दर्ज पॉक्सो के मामले में अपहृत नाबालिग लड़की को बरामद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर लगातार बदमाशों का पीछा किया और उनके चंगुल से नाबालिग को छुड़ाया था।
इसके अलावा उन्होंने अन्य मामलों में भी सराहनीय भूमिका निभाई है। वहीं प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, आरक्षक विपिन गुप्ता और आरक्षक राहुल मनहरे साइबर सेल और क्राइम की विशेष टीम में काम कर रहे हैं। उन्होंने सभी मामलों में अपनी सक्रियता दिखाई है और अपनी प्रतिभा को साबित किया है।
बालोद एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने इन सभी पुलिसकर्मियों को उनके बेहतरीन कामों के लिए सम्मानित किया है। बता दें कि बालोद जिला पुलिस अपने अधिकारियों-कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने और गंभीर मामलों को बेहतरीन ढंग से सुलझाने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है। इसी के तहत बालोद पुलिस ने ‘कॉप ऑफ द मंथ’ अभियान चलाया है। जिसमें महत्वपूर्ण केस पर बेहतरीन काम करने वाले कर्मचारियों को पुलिस कॉप ऑफ द मंथ का खिताब दिया जाता है। इससे पहले भी गुम इंसानों को ढूंढने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया था।
पॉक्सो के मामलों में बेहतरीन कार्य
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने कहा कि पॉक्सो एक्ट, जालसाजी समेत कई मामले रिस्क से भरे होते हैं, उनमें इन पुलिसकर्मियों ने बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभाई है। इनकी सक्रियता के कारण ही केस सुलझाने में मदद मिली है।